पटना, 2 जून : बिहार के पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव के काफिले पर शनिवार को हुई फायरिंग के मामले में दर्ज प्राथमिकी में नौ लोगों को आरोपी बनाया गया है. इस मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
निवर्तमान सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने आरोप लगाया है कि शनिवार की शाम मसौढ़ी इलाके में उन पर फायरिंग की गई और एक समर्थक का सिर फोड़ दिया गया. पटना (ईस्ट) के पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने बताया कि इस मामले में सांसद यादव के लिखित बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. प्राथमिकी में नौ लोगों को आरोपी बनाया गया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. यह भी पढ़ें: चुनाव नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बीच एफपीआई ने मई में शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये निकाले
दरअसल, तिनेरी गांव के पास एक मतदान केंद्र पर स्थानीय विधायक रेखा देवी के जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था. इसके बाद आरोप है कि राजद समर्थकों ने मुखिया रीना कुमारी के पति शशि शर्मा पर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट की गई. बताया जाता है कि सांसद मुखिया के पति को देखने के लिए जा रहे थे, तभी उन पर फायरिंग की गई.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सारण लोकसभा क्षेत्र में भी राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के एक बूथ पर जाने के बाद हंगामा हुआ था, जिसके बाद हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और दो लोग जख्मी हो गये थे. पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव का मुकाबला राजद के अध्यक्ष लालू यादव की पुत्री मीसा भारती से है. इधर, भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री निखिल आनंद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव पर हुए हमले को सुनियोजित साजिश बताते हुए उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की है.