राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण को लेकर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती (Swami Swaroopanand Saraswati) ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया. स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हम 21 फरवरी 2019 को राम मंदिर की आधारशिला (Foundation Stone) रखेंगे. उन्होंने कहा कि हम कोर्ट के किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं. जब तक हाई कोर्ट (High Court) के आदेश को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा खारिज नहीं किया जाता, तब तक यह लागू है. उन्होंने कहा कि वहां राम लला (Ram Lalla) विराजमान हैं, वो जन्मभूमि है.
Swaroopanand Saraswati: We will lay the foundation stone (of Ram temple) there on 21st Feb, 2019...We are not violating any order of the Court. Until the High Court's order is quashed by the Supreme Court, it is still applicable. Wahan Ram Lalla virajman hain, wo janmbhoomi hai. pic.twitter.com/GaLIFccAcf
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2019
प्रयागराज में आयोजित धर्म संसद में राम मंदिर निर्माण को लेकर यह अहम फैसला लिया गया. परम धर्म संसद में 21 फरवरी, 2019 को राम मंदिर के लिए आधारशिला रखने का प्रस्ताव पारित किया गया. पिछले तीन दिनों से प्रयागराज में परम धर्म संसद चल रही थी. बुधवार को पूरे दिन राम मंदिर निर्माण पर हुई चर्चा के बाद यह प्रस्ताव लाया गया. यह भी पढे़ं- अयोध्या मामले में मोदी सरकार की सुप्रीम कोर्ट में अर्जी सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए चुनावी हथकंडा: मायावती
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि मंदिर एक दिन में नहीं बनेगा, लेकिन जब शुरू होगा तभी तो बनेगा. इसलिए 21 फरवरी को शिलान्यास के जरिए राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा.