Ram Mandir Map: हरा भरा होगा राम मंदिर परिसर, 70 फीसदी एरिया में होगी हरियाली
Ram Mandir | PTI

अयोध्या: राम भक्तों का सपना सच होने जा रहा है. 22 जनवरी 2024 को राम लला के भव्य मंदिर में उनकी प्राण प्रतिष्ठा होगी. पूरे देश को इस ऐतिहासिक दिन का इंतजार है. इससे पहले लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि राम मंदिर कैसा होगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चंपत राय ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मानचित्र का वर्णन किया. राम मंदिर परिसर का अधिकांश हिस्सा सैकड़ों पेड़ों के साथ हरा-भरा क्षेत्र होगा और खुद के सीवेज तथा जल शोधन संयंत्र, एक दमकल चौकी एवं विशिष्ट बिजली लाइन जैसी सुविधाओं के साथ आत्मनिर्भर होगा. Nepal Gift For Ram Mandir: पड़ोसी देश के रामभक्तों ने दिखाई श्रद्धा! राम मंदिर के लिए आभूषण, वस्त्र और मिठाई भेजेगा नेपाल.

चंपत राय ने बताया कि 70 एकड़ परिसर का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा हरित क्षेत्र होगा. उन्होंने कहा, ‘‘हरित क्षेत्र में ऐसे हिस्से शामिल हैं, जो बहुत घने हैं और इसके कुछ हिस्सों में सूरज की रोशनी भी मुश्किल से ही नीचे पहुंच पाती है.’’

राम मंदिर मैप:

हरित क्षेत्र में लगभग 600 मौजूदा पेड़ संरक्षित किए गए हैं. मीडिया के सामने एक प्रस्तुति में राय ने कहा कि मंदिर परिसर अपने तरीके से आत्मनिर्भर होगा और अयोध्या नगर निगम की सीवेज या जल निकासी प्रणाली पर कोई बोझ नहीं डालेगा.

उन्होंने कहा कि परिसर में दो अपशिष्ट जल शोधन संयंत्र (एसटीपी), एक जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) और पावर हाउस से एक समर्पित लाइन होगी. राय ने कहा कि मंदिर परिसर में एक दमकल चौकी भी होगी, जो भूमिगत जलाशय से पानी का इस्तेमाल करने में सक्षम होगी.

मंदिर का पहला चरण पूरा होने वाला है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में भाग लेंगे. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या के रामकोट स्थित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय का दौरा किया. पीएम मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या का दौरा करेंगे और वहां पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन और एक नए हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे.