IRCTC: अब आधार के बिना नहीं बुक होगा कन्फर्म टिकट, 1 अक्टूबर से लागू होगा नया नियम
Aadhaar mandatory for online train ticket booking: 1 अक्टूबर 2025 से सामान्य रिजर्वेशन के शुरुआती 15 मिनट तक केवल आधार ऑथेंटिकेटेड यात्री ही ऑनलाइन टिकट बुक कर पाएंगे.
भारतीय रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. अब 1 अक्टूबर 2025 से जब भी आप आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट या ऐप पर सामान्य रिजर्वेशन General Reservation) के लिए टिकट बुक करेंगे, तो रिजर्वेशन विंडो खुलने के पहले 15 मिनट तक केवल वही यात्री टिकट ले सकेंगे जिनका आधार ऑथेंटिकेशन (Aadhaar Authentication) पूरा है.
क्यों लिया गया यह फैसला?
रेलवे मंत्रालय का कहना है, कि इस नियम का मुख्य उद्देश्य यह है कि टिकट बुकिंग सिस्टम का फायदा सीधे आम यात्रियों को मिले और दलालों या फर्जी पहचान के जरिए इसका दुरुपयोग न हो सके. इससे पहले भी, जून 2025 में रेलवे ने ऐसा ही कदम उठाते हुए तत्काल टिकट (Tatkal Ticket) बुकिंग को केवल आधार वेरीफाईड यात्रियों के लिए अनिवार्य कर दिया था. यानी रेलवे लगातार आधार ऑथेंटिकेशन को जरूरी बनाकर रेलवे टिकट बुकिंग सिस्टम को और ज्यादा पारदर्शी व सुरक्षित करने की दिशा में काम कर रहा है.
नया नियम कब और कैसे लागू होगा?
सामान्य रिजर्वेशन विंडो ट्रेन की तय यात्रा तिथि से 60 दिन पहले खुलती है. नए नियम के तहत, विंडो खुलने के शुरुआती 15 मिनट तक सिर्फ आधार ऑथेंटिकेटेड यूजर्स ही आईआरसीटीसी पोर्टल या ऐप से टिकट बुक कर पाएंगे. इसके बाद यह सुविधा सभी यात्रियों के लिए खुल जाएगी और वे सामान्य तरीके से टिकट बुक कर सकेंगे.
एजेंट्स पर पहले से लागू है प्रतिबंध
रेलवे ने साफ कहा है, कि ऑथराइज्ड टिकटिंग एजेंट्स (Authorised Ticketing Agents) के लिए पहले से लागू नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी सामान्य रिजर्वेशन विंडो खुलने के शुरुआती 10 मिनट तक एजेंट्स टिकट बुक नहीं कर सकेंगे. यह पाबंदी पहले की तरह आगे भी जारी रहेगी, ताकि शुरुआती समय में टिकट का लाभ सीधे आम यात्रियों को ही मिल सके.
पीआरएस काउंटर से बुकिंग पर असर नहीं
रेलवे ने यह भी साफ किया है, कि नए नियम का असर केवल ऑनलाइन बुकिंग पर होगा. रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) काउंटर पर टिकट पहले की तरह ही बुक किए जाएंगे और वहां की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
मंत्रालय का बयान
रेलवे मंत्रालय ने अपने बयान में स्पष्ट किया है, कि 1 अक्टूबर 2025 से सामान्य रिजर्वेशन विंडो खुलने के शुरुआती 15 मिनट तक केवल आधार ऑथेंटिकेटेड यूजर्स को ही ऑनलाइन टिकट बुक करने की अनुमति होगी. यानी इस दौरान टिकट बुकिंग पूरी तरह से ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर केवल आधार से जुड़े यात्रियों तक सीमित रहेगी.
मंत्रालय का मानना है, कि इस कदम से आम यात्रियों को सीधा फायदा मिलेगा, क्योंकि इससे टिकट दलालों और फर्जी आईडी का इस्तेमाल करने वालों पर प्रभावी रोक लगाई जा सकेगी.