Sambhal Violence: संभल हिंसा पर राहुल और प्रियंका ने योगी सरकार को घेरा, लगाया पक्षपात का आरोप
Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई है. जिले में भड़की हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को घेरा है. राहुल गांधी ने इस हिंसा के लिए बीजेपी की योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. राहुल गांधी योगी सरकार के प्रति गुस्सा जाहिर करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है.
राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना - जिसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है. यह भी पढ़े: Sambhal Mosque Dispute: ”सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साजिश, तुरंत संज्ञान ले सुप्रीम कोर्ट”, संभल हिंसा को लेकर यूपी सरकार पर भड़के अखिलेश यादव (Watch Video)
संभल हिस्सा पर राहुल गांधी ने योगी सरकार को घेरा:
वहीं आगे राहुल गांधी ने लिखा , भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के. मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं. मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें। हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े.
प्रियंका गांधी ने भी योगी सरकार को घेरा
वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने प्रदेश की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए यूपी सरकार से कड़े सवाल किए. उन्होंने लिखा, "संभल, उत्तर प्रदेश में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इतने संवेदनशील मामले में बिना दूसरा पक्ष सुने, बिना दोनों पक्षों को विश्वास में लिए प्रशासन ने जिस तरह हड़बड़ी के साथ कार्रवाई की, वह दिखाता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया। प्रशासन ने जरूरी प्रक्रिया और कर्तव्य का पालन भी जरूरी नहीं समझा.
(इनपुट एजेंसी के साथ)