उत्तर प्रदेश के उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ रायबरेली में कार हादसे के गवाह ने शुक्रवार देर रात खुद पर जानलेवा हमला होने का आरोप लगाया है. अजगैन थाना क्षेत्र के गौरा कठेरवा गांव निवासी व नवाबगंज के पूर्व ब्लक प्रमुख अवधेश प्रताप सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि राजमार्ग पर अजगैन क्षेत्र के एक ढाबा के समीप लखनऊ से कानपुर की ओर जा रहे एक खाली ट्रक ने उनकी कार को पीछे से टक्कर मार दी. इससे कार बेकाबू होकर डिवाइडर पर चढ़ गई.
इसी दौरान ट्रक चालक ने ट्रक को बैक करने के बाद फिर से टक्कर मारने की कोशिश की, लेकिन वे किसी तरह जान बचा कार से बाहर की ओर भागे. आसपास मौजूद लोगों के दौड़ने पर चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला.
उधर, अजगैन थानाध्यक्ष अजयराज वर्मा ने बताया, "तहरीर के आधार पर जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. मामले की जांच की जा रही है. पूरा मामला यह है कि कानपुर के रजिस्ट्रेशन नंबर की एक एसेन्ट गाड़ी ने पास देकर आगे जाने का प्रयास किया, उसी बीच वह डिवाइडर से टकरा गई. गाड़ी कानपुर के बर्रा निवासी व्यक्ति की है और वह मिट्टी और मौरंग ढोंने का काम करते हैं. पूरे मामले में अभी जांच चल रही है."
ज्ञात हो कि पूर्व ब्लाक प्रमुख अवधेश प्रताप सिंह माखी दुष्कर्म कांड की पीड़िता के साथ रायबरेली में हुए हादसे में सीबीआइ के प्रमुख गवाह हैं. इतना ही नहीं उनकी कार चला रहा युवक दुष्कर्म पीड़िता के जेल में बंद चाचा के एक मामले की जमानत ले चुका है. पूर्व ब्लाक प्रमुख के मुताबिक उन्हें कई बार गवाही न देने की धमकी भी दी जा चुकी है.