नई दिल्ली: टमाटर के दाम इन दिनों सातवें आसमान पर है. देश के प्रमुख शहरों में टमाटर की खुदरा कीमतें 155 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं. उत्पादक क्षेत्र में बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने टमाटर की कीमतों में वृद्धि हुई हैं. सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. महानगरों में, टमाटर की खुदरा कीमतें 58-148 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में थीं. कोलकाता में टमाटर की कीमत सबसे अधिक यानी 148 रुपये प्रति किलो तथा मुंबई में सबसे कम यानी 58 रुपये प्रति किलो थी. दिल्ली और चेन्नई में कीमतें क्रमशः 110 रुपये प्रति किलो और 117 रुपये प्रति किलो थीं. कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 7 रुपये की बढ़ोत्तरी.
टमाटर के बढ़ते दामों से हर कोई परेशान है. ऐसे में जनता सरकार से साहत की उम्मीद लगाए बैठी है. दिल्ली में उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों से आपूर्ति कम होने के बाद कीमत बढ़ गई है. सरकार ने कहा है कि टमाटर की कीमतों में मौजूदा बढ़ोतरी एक मौसमी घटना है और यह अगले 15 दिनों में कम हो जाएगी और एक महीने में सामान्य हो जाएगी.
आम आदमी को सरकार से आस
दिल्ली के सफल स्टोर में टमाटर की कीमत बढ़कर 129 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. यहां एक ग्राहक ने कहा, 'आम आदमी के लिए ये बहुत मुश्किल है, हमने टमाटर खाना बंद कर दिया है.' टमाटर 129 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए.' दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों सहित देहरादून में टमाटर 160 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में टमाटर की कीमतें 150 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं. एक ग्राहक ने कहा, ''मैं सरकार से हस्तक्षेप करने और सब्जियों की कीमतें नियमित करने का अनुरोध करता हूं.'' सब्जियों के दाम काफी बढ़ गये हैं. टमाटर 150 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. दाम बढ़ने से ग्राहकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
क्यों बढ़ रहे दाम
दुकानदारों का कहना है कि बरसात के कारण मंडी में सब्जियों की कम सप्लाई हो रही है और जो सब्जी मंडियों में पहुंचती है वो भी ज्यादातर खराब हो जाती है. इसी के चलते सब्जियों खासकर टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. दाम अधिक होने के कारण ग्राहक ज्यादा खरीदारी नहीं कर रहे, जिसके कारण दुकानदारों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, औसत अखिल भारतीय खुदरा मूल्य 83.29 रुपये प्रति किलो था. जिसका मॉडल मूल्य 100 रुपये प्रति किलो था. आंकड़ों से पता चलता है कि टमाटर की सबसे अधिक कीमत 155 रुपये प्रति किलो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में थी. इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में स्थानीय विक्रेता गुणवत्ता और इलाके के आधार पर 120-140 रुपये प्रति किलो के हिसाब से टमाटर बेच रहे हैं.
पश्चिम विहार के स्थानीय विक्रेता ज्योतिष कुमार झा ने कहा, ‘‘हमने आजादपुर थोक बाजार से सबसे अच्छी गुणवत्ता वाला टमाटर 120 रुपये प्रति किलोग्राम पर खरीदा है और खुदरा में 140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रहे हैं.’’ पिछले दो सप्ताह में उत्पादक राज्यों से आपूर्ति बाधित हुई है, जहां टमाटर की तोड़ाई और इसका परिवहन प्रभावित हुआ है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को भारत के प्रमुख शहरों में टमाटर की खुदरा कीमत बढ़कर 155 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा रखे गए आंकड़ों के मुताबिक कोलकाता में टमाटर की कीमत सबसे अधिक दर्ज की गई और सब्जी 148 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकी है.