कर्नाटक मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए भाजपा पर बढ़ा दबाव, जारकीहोली और ईश्वरप्पा विधानसभा सत्र से रहे बाहर

बेंगलुरू, 20 दिसंबर : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार करने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा पर दबाव बढ़ रहा है. वरिष्ठ नेता रमेश जारकीहोली और के.एस. ईश्वरप्पा, बेलगावी सुवर्ण विधान सौधा में चल रहे 10 दिवसीय शीतकालीन सत्र से दूर रहे. सत्र 19 दिसंबर से शुरू हुआ था. दोनों ने मंगलवार को बेंगलुरु में एक बैठक की, जिसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईश्वरप्पा ने कहा, मैंने आरोप लगने पर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी ने मुझे आश्वासन दिया था कि क्लीन चिट मिलने के बाद मुझे कैबिनेट में जगह मिलेगी. अब, मेरे खिलाफ आरोप हटा दिए गए हैं. पार्टी को अपनी बात रखने दीजिए. ईश्वरप्पा ने कहा, पूर्व मंत्री रमेश जारकीहोली को भी क्लीन चिट मिल गई है. इस पृष्ठभूमि में सीएम बोम्मई को खुद को और जारकीहोली को जल्द से जल्द राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहिए.

उन्होंने कहा, मैं मंत्री पद के लिए अपनी आवाज उठा रहा हूं, क्योंकि चार महीने के बाद भी मुझे कैबिनेट पद नहीं मिला है. पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा और प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने भी इस संबंध में आश्वासन दिया है. मैंने राष्ट्रीय नेताओं से संपर्क नहीं किया. मैंने अपना मौन विरोध दर्ज कराया है और इस संबंध में अध्यक्ष को पत्र भी लिखा है. मैं मंगलवार रात तक सत्र में भाग लेने पर फैसला लूंगा.'' ईश्वरप्पा ने कहा, कर्नाटक के लोगों के माध्यम से ही इसने राज्य में सत्ता हासिल की है और 25 एमपी सीटें जीती हैं. हम 30 से 40 वर्षों से लड़ रहे हैं. हमने बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम में एक छोटे से पार्टी कार्यालय से शुरूआत की. इस बीच, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि वह 'असंतुष्ट' भाजपा विधायकों रमेश जरकीहोली और ईश्वरप्पा के संपर्क में थे. यह भी पढ़ें :गोवा: मंत्री न बनाये जाने पर ‘दलबदलू’ विधायकों के बीच असंतोष की खबरों से भाजपा का इनकार

सीएम बोम्मई ने सुवर्ण विधान सौधा में संवाददाताओं से कहा कि जारकीहोली और ईश्वरप्पा दोनों का भाग नहीं लेना बहिष्कार नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी सोच सही है कि सभी आरोपों से मुक्त होने के बाद उन्हें मंत्रिपरिषद में वापस आना चाहिए. सीएम बोम्मई ने कहा, उनके हालिया दिल्ली दौरे के दौरान उनके मुद्दे पर चर्चा हुई थी और उनका सकारात्मक ²ष्टिकोण भी रहा है. लेकिन कुछ चीजें सार्वजनिक रूप से नहीं बताई जा सकती हैं. ईश्वरप्पा ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में आरोपी थे और रमेश जारकीहोली सेक्स सीडी घोटाले में आरोपी थे.