पटना, 16 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के दो जिले गया और पूर्णिया के दौरे पर थे. जहां उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों से जनता को अवगत कराया, वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं प्रधानमंत्री की जनसभाओं के बीच राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी पर एक सवाल दागा है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार ने पिछली बार एनडीए को 40 में से 39 सीटें दी और गुजरात ने 26. लेकिन इसके बावजूद भी बिहार के बच्चे गुजरात में मजदूरी करने को विवश हैं, जहां उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. उन्हें लाठी डंडों से पीटा जाता है. उनके साथ जानवरों जैसा सलूक किया जाता है, लेकिन विडंबना देखिए कि वहां की सरकार मौन साधे रहती है. यह भी पढ़ें : मोदी सरकार एक और कूटनीतिक सफलता की ओर अग्रसर, ईरान के कब्जे से भारतीयों की सुरक्षित वापसी का जल्द मिलेगा समाधान
पीके ने कहा, आज जब प्रधानमंत्री बिहार दौरे पर आए, तो वो रोजगार और चीनी मिलों को चालू कराने पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे. सिर्फ राष्ट्रवाद, हिंदू-मुस्लिम पर अपनी बात रखेंगे, जिससे प्रदेश के विकास का कोई सरोकार नहीं है. बिहार में पलायन कैसे रुकेगा? बिहार के युवाओं को यहां कब रोजगार मिलेगा? इस पर वो एक शब्द नहीं कहेंगे.
पीके ने आगे कहा कि गुजरात ने एनडीए को 26 सांसद दिए और वहां रोजगार इनवेस्टमेंट समिट हो रहे हैं. रोजगार को कैसे बढ़ाया जाए?, इस पर खुलकर बात की जा रही है. लेकिन, बिहार में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है. अब इसमें गलती मोदी जी की नहीं है, बल्कि गलती हमारी और आपकी है, क्योंकि मोदी जी को तो पता है कि बिहार के लिए कुछ करो या ना करो, यहां तो हमें राष्ट्रवाद और हिंदू मुस्लिम के नाम पर वोट मिल जाएगा, लेकिन गुजरात में तो काम करना पड़ेगा.
प्रशांत किशोर वर्तमान में जन सुराज यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने सियासी किले को दुरूस्त करने के मकसद से वो इस यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं.