![सीताराम येचुरी का बयान, कौन कहता है कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते, रामायण-महाभारत में भी हुई थी लड़ाई सीताराम येचुरी का बयान, कौन कहता है कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते, रामायण-महाभारत में भी हुई थी लड़ाई](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2019/05/Ani-1-380x214.jpg)
लोकसभा चुनाव में जीत के लिए तमाम पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं. जीत के लिए प्रचार के प्रसार के साथ बयानबाजी भी अपने चरम पर पहुंच गया है. कई नेताओं के ऐसे बयान भी आएं जिससे विवाद खड़ा हो गया और चुनाव आयोग ने उनपर एक्शन भी लिया. इसी कड़ी में एक और बयान सामने आया है जिससे सियासी गलियारे में फिर से गहमागहमी शुरू हो गई है. सीपीआई (एम) (CPI(M) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने भोपाल में एक समारोह में कहा कि रामायण (Ramayana) और महाभारत (Mahabharata) जैसे ग्रंथों से सिद्ध होता है कि हिंदू भी हिंसक हो सकते हैं.
सीताराम येचुरी ने कहा कि महाभारत और रामायण दोनों में हिंसा का जिक्र है, लेकिन प्रचारक इन ग्रंथों का उदाहरण तो देते हैं लेकिन तब भी वे कहते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते. इसे महाकव्य कहते हैं. इसके पीछे क्या तर्क है. बता दें कि हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर कई ऐसे बयान अब तक आ चुके हैं जिससे सियासी पारा अपने चरम पर पहुंच गया है. ऐसे सीताराम येचुरी के इस बयान ने फिर चिंगारी को हवा दे दी है.
Sitaram Yechury, CPI(M): Ramayana & Mahabharata are also filled with instances of violence & battles. Being a pracharak, you narrate the epics but still claim Hindus can't be violent? What is the logic behind saying there is a religion which engages in violence & we Hindus don't pic.twitter.com/S3ZpDj102u
— ANI (@ANI) May 3, 2019
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गौरतलब हो कि सीताराम येचुरी ने इससे पहले मोदी सरकार पर पिछले पांच सालों में अर्थव्यवस्था का गलत प्रबंधन करने और इसे ध्वस्त करने का आरोप लगाया था. देश ने पिछले पांच सालों में अबतक के इतिहास में सबसे ज्यादा बेरोजगारी, नौकरियों से ज्यादा लोगों को निकाला जाना, कम रोजगार सृजन और सबसे बुरी सामाजिक सुरक्षा देखी है और 2014 में उन्होंने 10 करोड़ नए रोजगार पैदा करने का वादा किया था. अब आंकड़े छिपाने का सहारा ले रहे हैं.