
Devendra Fadnavis on Aurangzeb: महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर अपना रुख साफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि औरंगजेब की कब्र का महिमामंडन नहीं होने दिया जाएगा. छत्रपति शिवाजी महाराज की मंदिर के अनावरण कार्यक्रम में बोलते हुए फडणवीस ने कहा, "आज मैं एक संदेश देना चाहता हूं कि देश में महिमामंडन होगा तो छत्रपति शिवाजी महाराज की मंदिर का, औरंगजेब की कब्र का नहीं."
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस कब्र का संरक्षण सरकार की मजबूरी है, क्योंकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने इसे 50 साल पहले संरक्षित स्थल घोषित कर दिया था.
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'औरंगजेब का महिमामंडन करने वालों को चीर देंगे'
महिमामंडन होईल, तर ते छत्रपती शिवरायांचे
कडक 🔥 🔥 🔥 🔥 🔥 🔥
खऱ्या अर्थाने छत्रपति शिवाजी महाराजांचा
मावळा @Dev_Fadnavis जी ❤️ ❤️ 🫡 #Team_Devendra pic.twitter.com/CEc9fqjfJh
— Nivedita purohit (@niveditapurohit) March 17, 2025
बजरंग दल की चेतावनी
फडणवीस ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें उस औरंगजेब की कब्र का संरक्षण करना पड़ रहा है, जिसने हमारे हजारों लोगों को मारा. लेकिन यह हमारी जिम्मेदारी है और इसे निभाना होगा."
वहीं, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की है. बजरंग दल ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर सरकार सहयोग नहीं करती, तो वे खुद कारसेवा कर कब्र को हटा देंगे. संगठन के कार्यकर्ताओं ने इसको लेकर आंदोलन शुरू करने की भी चेतावनी दी है.
शिवसेना (यूबीटी) ने साधा निशाना
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा, "अगर सरकार को कब्र हटानी है तो हटा ले, इसमें आंदोलन की नौटंकी करने की क्या जरूरत है? महाराष्ट्र और केंद्र दोनों में बीजेपी की सरकार है, फिर भी इस पर राजनीति की जा रही है."
बढ़ता तनाव
इस विवाद के चलते माहौल गरमाया हुआ है. प्रशासन भी सतर्क हो गया है और औरंगजेब की कब्र वाले इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो. वहीं, इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. अब देखना होगा कि सरकार इस विवाद को कैसे हल करती है.