गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह अपने राजनीतिक पहुंच के बारे में बताता नजर आ रहा है. यह वीडियो किसी साक्षात्कार का अंश है, हालांकि वीडियो में तारीख का जिक्र नहीं है. सोशल मीडिया पर साझा की जा रही वीडियो में विकास दावा करता नजर आ रहा है कि उप्र के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरि कृष्ण श्रीवास्तव उसके राजनीतिक गुरु थे और वे ही उसे राजनीति में लेकर आए थे. श्रीवास्तव साल 1990-91 में मुलायम सिंह सरकार के दौरान स्पीकर थे.
वीडियो में विकास यह भी कहता हुआ नजर आ रहा है कि अपराध और अपराधियों के साथ उसका कोई संबंध नहीं है और उसके खिलाफ जितने मामले दर्ज किए गए हैं, वह उसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण प्रतिद्वंद्वियों में जलन का परिणाम है. वहीं विकास दुबे द्वारा आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की जांच कर रहे एसटीएफ द्वारा एक्सेस किए गए एक अन्य वीडियो में विकास भाजपा विधायकों अभिजीत सांगा और भगवती सागर के साथ अपने संबंधों के बारे में बात करते हुए दिखाई दे रहा है. यह भी पढ़े: Kanpur Encounter: तीन और पुलिस कर्मियों पर गिरी गाज, विकास दुबे पकड़ से अभी दूर
उसने कहा कि साल 2017 में पुलिस कार्रवाई का सामना करने पर दोनों नेताओं ने उनकी मदद की थी. हालांकि अभिजीत सांगा ने गैंगस्टर के साथ किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा, "मेरा निर्वाचन क्षेत्र कानपुर में बिठूर है और आसपास के गांव के लोग मदद के लिए मेरे पास आते हैं. यहां तक की कई बार मैंने उन मामलों में कार्रवाई की सिफारिश की है, जहां विकास दुबे अन्य दलों का समर्थन करता था."
सांगा ने आगे कहा कि दुबे की यह खासियत थी कि वह खुद को सत्ताधारी दलों से जुड़े राजनेताओं के साथ जोड़ लेता था. वहीं बिल्हौर से भाजपा विधायक भगवती सागर ने कहा कि उन्होंने दुबे के खिलाफ किसी भी मामले में कोई दलील नहीं दी है. उन्होंने कहा कि यह उनकी छवि को खराब करने का प्रयास था. दोनों विधायकों ने कहा कि दुबे की वीडियो की जांच होनी चाहिए.