नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भगवान हनुमान (Hanuman) को दलित बताए जाने वाले बयान पर सफाई दी है. कुंभ अभिषेकम कार्यक्रम में प्रयागराज पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्हें धर्म और मर्म की जानकारी नहीं है, वहीं बाल की खाल निकालते हैं. किसी भी काम पर उंगली उठाना आसान है, लेकिन उसे सफलतापूर्वक पूरा करना मुश्किल है. अपने इस कार्यक्रम के बाद सीएम योगी हनुमान मंदिर भी गए. वहां उन्होंने बजरंगबली के दर्शन पूजन करने के बाद प्रतीकात्मक आरती की और प्रसाद भी ग्रहण किया.
बता दें कि सीएम का पहले हनुमान मंदिर जाने का कोई कार्यक्रम निश्चित नहीं हुआ था. बता दें कि राजस्थान के अलवर में बीते मंगलवार को एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 'बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वंय वनवासी हैं, निर्वासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं. भारतीय समुदाय को उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरब से पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंगबली करते हैं.' सीएम योगी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हो रही है. ट्विटर, फेसबुक पर कई तरह के मेम्स बनाए जा रहे हैं. बता दें कि इससे पहले शहरों के नामों को लेकर भी योगी आदित्यनाथ विवादों में रहे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस कुंभ पर्व पर उन्होंने सभी को कर्तव्य बोध का भाव जागृत करने के लिए भी प्रेरित किया. सीएम योगी ने इशारों में अपनी नाराज़गी जताते हुए कहा कि अगर लोग दूसरों की कमियों को खोजने के बजाय उनकी गलतियों से सबक लें तो देश की तस्वीर बदल सकती है.