लखनऊ: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने कहा कि यह सब पैसे का खेल है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने तीखा हमला करते हुए कहा की एसपी-बीएसपी के बीच गठबंधन नहीं, बल्कि ठगबंधन हुआ है.
एक कार्यक्रम में बोलते हुए शिवपाल यादव ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती को धोखेबाज बताया. शिवपाल ने यह गठबंधन बेमेल है. ऐसा लगता है कि इस गठबंधन को बनाने में पैसे का खेल हुआ है. अखिलेश और मायावती भरोसेमंद नहीं बल्कि धोखेबाज हैं.
शिवपाल ने कहा कि दोनों ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को धोखा दिया है. बीएसपी ने 1993 में एसपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के 17 महीने बाद ही मुलायम को धोखा दे दिया था. उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि एसपी में विघटन हो लेकिन चुगलखोरों व चापलूसों ने विघटन करा दिया.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया को चुनाव आयोग ने हाल ही में चाबी चुनाव चिन्ह दिया. समाजवादी पार्टी से अलग हुए शिवपाल यादव लोकसभा चुनाव में साइकिल की बजाय चाबी चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में उतरेंगे. शिवपाल ने कहा था कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए सूबे में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को तैयार है.
शिवपाल का दावा है कि सिर्फ एक सेक्युलर फ्रंट ही बीजेपी को हरा सकता है. हालांकि, मायावती ने उन्हें वोट कटवा बताया है. मायावती ने आरोप लगाया था कि शिवपाल यादव की पार्टी को बीजेपी फंड दे रही है, यह केवल वोटों को बांटने के लिए साजिश रची जा रही है.