उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार से किसान आयोग बनाने की मांग उठाई है, ताकि किसानों की समस्याओं को उठाया जा सके. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा, "किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार नई किसान नीति बनाकर किसानों के लिए विशेष बजट का प्रावधान करे एवं किसान आयोग का अविलम्ब गठन करे, जिससे किसानों को राहत मिल सके." उन्होंने कहा कि "गांव-गांव में गौशालाओं का समुचित निर्माण एवं प्रबन्धन सुनिश्चित किया जाए. वर्तमान में कई जिलों के किसान आत्महत्या कर चुके हैं. सांडों के हमले से भी कई किसानों की जान चली गई है."
लल्लू ने कहा कि "प्रदेश सरकार आवारा पशुओं से पीड़ित किसानों को मुआवजा दे. किसानों को रखवाली का भत्ता दिया जाना चाहिए. तीन वर्षों में आवारा पशुओं ने फसलों को बहुत बड़े पैमाने पर नष्ट कर दिया है. इसका भी हर्जाना सरकार को देना चाहिए." लल्लू ने कहा कि "प्रदेश सरकार गोवंश संरक्षण के नाम पर खानापूर्ति कर किसानों की फसलें बर्बाद कर देने पर तुली है. परेशान किसान सरकारी स्कूलों और कार्यालयों के भवनों में छुट्टा जानवरों को कैद कर धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं."
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरीश चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि "2004 में राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन स्वामीनाथन की अध्यक्षता में किया गया था. कांग्रेस ने उसे कभी मजबूत बनाने का प्रयास नहीं किया." उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी किसानों को लेकर बहुत चिंतित हैं. उन्होंने कुछ फसलों का मूल्य भी डेढ़ गुना किया है. कांग्रेस को आरोप लगाने से पहले अपने आत्मचिंतन करना चाहिए."