उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में हुई हिंसा ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. पूरा विपक्ष एक सुर में बीजेपी को दोषी ठहरा रहा है. लखीमपुर खीरी की घटना राजनीति का केंद्र बन गई है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह मुद्दा बीजेपी की परेशानी बन गया है, वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर यूपी सरकार को घेर कर अपने लिए सत्ता का रास्ता बनाने में जुट गया है. बीजेपी विपक्ष के निशाने पर है वहीं सरकार की तरफ से अभी तक ऐसा कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया गया है जिससे विपक्ष को जवाब मिले. Lakhimpur Kheri Violence: वायरल हो रहा है हिंसा का यह वीडियो, वरुण गांधी भी बोले- तुरंत हो गिरफ्तारी.
इस बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा, आगामी विधानसभा चुनाव में हम लोकप्रिय चेहरों को मैदान में उतारेंगे. हम इस पर काम कर रहे हैं और चुनाव की तारीखें खत्म होते ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेंगे.
SP की विधानसभा चुनाव की तैयारी
We will field popular faces in the upcoming Assembly elections. We are working on it and will announce the names of the candidates as soon as the election dates are out: Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav to ANI pic.twitter.com/Uwvl6RNn01
— ANI UP (@ANINewsUP) October 5, 2021
अखिलेश यादव ने कहा, हमें विश्वास नहीं है कि बीजेपी सरकार दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करेगी. हम किसानों से इस सरकार को सत्ता से बाहर करने की अपील करते हैं. वीडियो और मौके पर मौजूद लोगों ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे के साथ-साथ अन्य लोगों की संलिप्तता का संकेत दिया है."
एसपी प्रमुख ने कहा, उनके वाहनों ने किसानों को टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत हो गई. अगर अजय मिश्रा टेनी अब भी मंत्री हैं तो उनके घर में पुलिस कैसे घुसेगी? उन्हें इस्तीफा देना चाहिए और आरोपी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
अखिलेश यादव ने कहा, "विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए सरकार ने पुलिसकर्मियों को तैनात किया. जब तक हम जाने के लिए तैयार थे, मेरे घर के बाहर पुलिस और आरएएफ के जवान और बैरिकेडिंग मौजूद थे. मैं जल्द ही शोक संतप्त परिवार से मिलूंगा."
अखिलेश यादव ने कहा, उत्तर प्रदेश के लोग बीजेपी सरकार से निराश हैं. हमें फिर से रथ यात्रा करने का अवसर मिल रहा है और इस बार यह समाजवादी पार्टी की 'विजय यात्रा' है.