लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ‘मिशन 2022’ की तैयारियों में पूरे दमखम के साथ जुट गए है. अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सीएम योगी ने गुरुवार को सर्किट हाउस में अहम बैठक की. इस दौरान उन्होंने सरकार और संगठन में तालमेल बिठाकर सरकार के कामों को जनता तक पहुचाने पर बल दिया. साथ ही कोरोना वायरस महामारी को लेकर भी विस्तृत चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद योगी ने उनका आभार व्यक्त किया
मिली जानकारी के मुताबिक इसकी कमान खुद संभालते हुए सीएम योगी ने तीन घंटे से अधिक समय तक मैराथन बैठक की. इस दौरान सबसे पहले जनप्रतिनिधियों के साथ मीटिंग हुई, जिमसें गोरखपुर से बीजेपी के विधायक और सांसद उपस्थित थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही जन-कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों से लोगों को जोड़ा जाए और वर्तमान सरकार की उपलब्धियों से जनता को अवगत करावाया जाए.
जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद सीएम योगी ने बीजेपी की क्षेत्रीय और जिला की टीम के साथ-साथ वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में भी सीएम योगी ने पार्टी पदाधिकारियों से विभिन्न मुद्दों पर राय मांगी. साथ ही उन्हें कहा कि जनता के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कामों को उन तक पहुंचाया जाए. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने महापौर और पार्षदों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने शहर में सरकार द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों की स्टेटस रिपोर्ट ली.
वहीं, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार को बीजेपी के पूर्व विधायक रामबाबू हरित को राज्य एससी, एसटी आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया. सरकार ने मिथिलेश कुमार और राम नरेश पासवान को आयोग का उपाध्यक्ष नयुक्त किया और 15 सदस्य भी नियुक्त किए हैं. पदाधिकारी और सदस्य नियुक्ति की तारीख से एक वर्ष के लिए या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक, जो भी पहले हो, तब तक कार्यभार संभालेंगे.
यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने हाल ही में कहा कि अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में होने वाला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेत्रृत्व में ही लड़ा जाएगा. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी 300 से अधिक सीटें जीतकर फिर सरकार बनाएगी. प्रदेश उपाध्यक्ष सिंह ने बीते शनिवार को एक अति महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के बाद यह बात कही. इस बैठक में बीजेपी के शीर्ष नेताओं सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख पदाधिकारी भी शामिल थे.