टीकमगढ़ लोकसभा सीट: क्या केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक लगा पाएंगे जीत की हैट्रिक या बनेंगे बगावत के शिकार ?
बीजेपी और कांग्रेस का चुनाव चिन्ह (File Photo)

भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की कुल 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में मतदान होने वाले है. 12 अप्रैल से शुरू हुए लोकसभा चुनाव में कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है. बुंदेलखंड क्षेत्र में पड़ने वाले टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले में मुख्य तौर पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच भिडंत होनेवाली है.

बीजेपी ने टीकमगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक (Virendra Kumar Khatik) को फिर से मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने अपनी महिला प्रदेश सचिव किरण अहिरवार को टिकट दिया है. वहीं समाजवादी पार्टी (SP) ने टीकमगढ़ लोकसभा सीट से रतिराम बंसल को टिकट दिया है. आपको बता दें कि साल 2008 में अस्तित्व में टीकमगढ़ सीट को अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए रिज़र्व किया गया है.

टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र से मौजूदा बीजेपी के सांसद वीरेंद्र खटीक का स्थानीय नेता विरोध कर रहे हैं. हालांकि वीरेंद्र यहां से लगातार दो बार चुनाव जीत चुके है और अबकी बार हैट्रिक लगाने की जोर-शोर से तैयारी कर रहे है. खटिक अब तक 6 बार लोकसभा के सांसद बन चुके हैं. उन्होंने पहली बार 1996 में मध्य प्रदेश के सागर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था.

टीकमगढ़ का 2014 में हाल-

वीरेंद्र कुमार खटीक (बीजेपी)- 4 लाख 22 हजार 979 वोट

अहिरवार कमलेश वर्मा (कांग्रेस)- 2 लाख 14 हजार 248 वोट

अम्बेश कुमारी अहिरवार (एसपी)- 47 हजार 497 वोट

अहिरवार सेवक राम (बीएसपी)- 23 हजार 975 वोट

टीकमगढ़ में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार में बतौर राज्यमंत्री वीरेंद्र कुमार ने कांग्रेस के कमलेश वर्मा को भारी अंतर से मात दी थी. इसलिए बीजेपी भी टीकमगढ़ को अपने हक़ में मानकर चल रही है.