Temple Re-Opening in Maharashtra: मंदिर खोलने को लेकर शरद पवार ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, राज्यपाल की भाषा पर उठाए सवाल
शरद पवार (Photo Credits: PTI)

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में मंदिरों को खोलने को लेकर मचे बवाल के बीच अब एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को एक पत्र लिखा. शरद पवार ने इस पत्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे गए पत्र में राज्यपाल की भाषा पर सवाल उठाए. शरद पवार ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में लिखा, "पूरा देश कोरोना (Coronavirus) से लड़ रहा है. कोरोना के प्रकोप को देखते हुए आपने ही  'दो गज की दूरी' का नारा दिया था. वहीं, राज्य सरकार 'मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी' की नीति के तहत काम कर रही है. इस नीति के तहत राज्य सरकार सेफ दूरी को मेंटेन करने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही सरकार 'दो गज की दूरी' क्यों महत्वपूर्ण है, इसके बारे में भी जनता को बता रही है.

एनसीपी चीफ ने आगे लिखा कि मुझे मीडिया के द्वारा पता चला है कि राज्य में धार्मिक स्थल खोलने को लेकर राज्यपाल ने महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से जनता के लिए धार्मिक स्थल खोलने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है. Sanjay Raut on Governor BS Koshyari: राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पत्र पर संजय का पलटवार, कहा- हमें हिंदुत्व पर पाठ की जरूरत नहीं है.

पवार ने आगे लिखा है,"जैसा कि आप जानते हैं कि महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में धार्मिक स्थल हैं जहां लोगों का भारी जमावड़ा होता है. मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर, पंढरपुर के भगवान विठ्ठल मंदिर, शिरडी के श्री साईंबाबा मंदिर और अन्य धर्मों के पूजा स्थलों पर सामान्य दिनों में भी भारी भीड़ देखने को मिलती हैं. ऐसी जगहों पर लोगों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखना लगभग असंभव है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने पूजा स्थलों को खोलने के संबंध में निर्णय लेने की कोशिश की है." Uddhav Thackeray Vs Governor BS Koshyari: मंदिर खोलने को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने हिंदुत्व को लेकर महाराष्ट्र के सीएम पर कसा तंज तो उद्धव ठाकरे ने दिया ये जवाब.

शरद पवार ने आगे लिखा कि राज्यपाल इस मुद्दे पर अपने निजी विचार और राय रख सकते हैं. मैं मुख्यमंत्री को उनके विचारों से अवगत कराने के लिए राज्यपाल की सराहना करता हूं. हालांकि, मैं मीडिया को जारी राज्यपाल के पत्र और पत्र में इस्तेमाल की जाने वाली भाषा को देखकर हैरान हूं. शरद पवार ने कहा, एक सांविधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को अपनी भाषा में शब्दों के चयन पर ध्यान देना चाहिए.

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी सीएम ठाकरे को लिखा था पत्र 

बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री से धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने का आग्रह किया है. राज्यपाल ने कहा है कि एक जून से राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने का ऐलान किया गया था, लेकिन चार महीने बीत चुके हैं, इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है.

राज्यपाल ने कहा था कि, सरकार ने एक तरफ बार और रेस्टोरेंट खोल दिए हैं, लेकिन दूसरी तरफ मंदिर जैसे धार्मिक स्थानों को नहीं खोला गया है. मुझे आश्चर्य है कि आपको मंदिरों को नहीं खोलने के लिए कोई दिव्य प्रेम प्राप्त हो रहा है या फिर आप धर्मनिरपेक्ष हो गए हैं.