लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के तारीखों का ऐलान होना अभी बाकी है लेकिन राजनीतिक दलों ने चुनाव को लेकर अपनी कमर कस ली है. आम चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अलग-अलग रणनीति पर काम कर रहे हैं. इस बीच बिहार (Bihar) के पूर्व डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मंगलवार को कहा कि हम 7 फरवरी से 'बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ' आंदोलन की शुरुआत करेंगे. उन्होंने कहा कि हम इस आंदोलन को बिहार के हर जिले में ले जाएंगे.
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने इससे पहले 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर की 95वीं जयंती के अवसर पर पटना के मिलर हाइस्कूल मैदान में आरजेडी की ओर से आयोजित समारोह में 'बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ' आंदोलन शुरू करने की बात कही थी. इस दौरान तेजस्वी यादव ने निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण लागू करने की मांग की थी. यह भी पढ़ें- Mamata vs CBI: ममता बनर्जी ने तीसरे दिन खत्म किया धरना, कहा- पीएम मोदी को दिल्ली छोड़ गुजरात जाना होगा
तेजस्वी ने पीएम मोदी से मांगा हलफनामा
तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक हलफनामे पर यह वादा करते हुए हस्ताक्षर करना चाहिए कि लोकसभा चुनाव के बाद वह सरकार बनाने के लिए उन 23 विपक्षी पार्टियों से मदद नहीं लेंगे जिन्हें उन्होंने ‘भ्रष्ट’ और ‘चोर’ करार दिया है. तेजस्वी यादव विपक्ष के वैसे नेताओं में से एक हैं जिन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से धरना स्थल पर मुलाकात की और जनसभा को संबोधित किया. इससे पहले यादव 19 जनवरी को ममता बनर्जी की ओर से आयोजित विपक्ष की रैली में भी हिस्सा ले चुके हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों की तुलना ‘चोरों के एक झुंड’ से की थी और इन सभी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर देश का धन लूटने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि आज बीजेपी के सभी नेता कह रहे हैं कि विपक्षी पार्टियों का संघीय मोर्चा बनाने के लिए चोरों का एक झुंड साथ आया है. मैं मोदीजी, अरुण जेटली जी, अमित शाह जी और रवि शंकर प्रदास जी से आग्रह करूंगा कि वह 23 विपक्षी पार्टियों में से किसी के साथ भी सरकार बनाने के लिए मदद नहीं लेंगे.
भाषा इनपुट