पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मंगलवार को धरना (संविधान बचाओ) खत्म कर दिया. धरना खत्म करने के ऐलान के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि यह धरना संविधान (Constitution) और लोकतंत्र (Democracy) के लिए जीत है, इसलिए हम इसे आज खत्म कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का निर्णय सकारात्मक था. ममता बनर्जी ने कहा कि ये लड़ाई अब अगले सप्ताह दिल्ली (Delhi) ले जाई जाएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य एजेंसियों (State Agencies) के साथ सभी एजेंसियों को नियंत्रित करना चाहती है. ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री (PM) को दिल्ली से इस्तीफा देकर वापस गुजरात (Gujarat) चले जाना चाहिए.
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee in Kolkata: The Court gave a positive judgement today. Next week, we will continue to take up the issue in Delhi. https://t.co/JXmkfDmngV
— ANI (@ANI) February 5, 2019
धरना खत्म करने के ऐलान के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू वहां मौजूद थे. चंद्रबाबू नायडू की अपील के बाद ही ममता बनर्जी ने ये धरना खत्म किया. गौरतलब है कि चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने की सीबीआई की कोशिश के खिलाफ ममता बनर्जी रविवार रात से मेट्रो सिनेमा के सामने धरने पर बैठीं थीं. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी इस बात पर जोर दे रही थीं कि सीबीआई के इस कदम से "संविधान और संघवाद" की भावना प्रभावित हुई है. यह भी पढ़ें- पुरुलिया में CM योगी ने किया ममता सरकार पर हमला, कहा- बंगाल में BJP की सरकार आई तो TMC के गुंडे तख्ती लटकाकर घूमेंगे
द्रमुक नेता कनिमोई और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आदि अन्य नेताओं ने सोमवार को यहां पहुंच ममता बनर्जी के धरने को अपना समर्थन दिया था. धरना स्थल को ‘सत्याग्रह मंच’ का नाम दिया गया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां मौजूद होने के बावजूद अपनी सभी आधिकारिक जिम्मेदारियां निभा रही थीं और मंच से ही सारे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर रही थीं.