सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका दिया है. अदालत ने लालू की जमानत याचिका को ख़ारिज कर दिया है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वास्थ का हवाला देकर अदालत से जमानत मांगी थी. सर्वोच्च न्यायलय ने लालू की जमानत की याचिका को ख़ारिज कर दिया है. लालू चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता है.
बता दें कि सीबीआई) मंगलवार को चारा घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल(राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका का विरोध करने की बात कही थी. एजेंसी ने कहा था राष्ट्रीय जनता दल के नेता 11 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव से संबंधित राजनीतिक प्रचार और गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहते हैं, और चिकित्सकीय कारणों का हवाला देना महज बहाना है.
Supreme Court dismisses RJD president Lalu Prasad Yadav's bail plea in three cases of the multi-crore fodder scam. pic.twitter.com/0BTgu7qj7F
— ANI (@ANI) April 10, 2019
सीबीआई अधिवक्ता ने अदालत से लालू प्रसाद की जमानत याचिका का विरोध करते हुए एक हलफनामा दायर करने की अनुमति मांगते हुए दावा किया है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीमारी की आड़ में सफलतापूर्वक जेल की सजा काटते हुए अपना अधिकांश समय अस्पताल के एक विशेष वार्ड में बिताया है. कई शीर्ष स्तर के राजनेता उनसे मिलने भी गए. सीबीआई ने कहा कि लालू ने अस्पताल में विशेष वार्ड से राजनीतिक गतिविधियों का संचालन किया.
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका दिया है. अदालत ने लालू की जमानत याचिका को ख़ारिज कर दिया है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वास्थ का हवाला देकर अदालत से जमानत मांगी थी. सर्वोच्च न्यायलय ने लालू की जमानत की याचिका को ख़ारिज कर दिया है. लालू चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता है.
बता दें कि सीबीआई) मंगलवार को चारा घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल(राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका का विरोध करने की बात कही थी. एजेंसी ने कहा था राष्ट्रीय जनता दल के नेता 11 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव से संबंधित राजनीतिक प्रचार और गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहते हैं, और चिकित्सकीय कारणों का हवाला देना महज बहाना है.
Supreme Court dismisses RJD president Lalu Prasad Yadav's bail plea in three cases of the multi-crore fodder scam. pic.twitter.com/0BTgu7qj7F
— ANI (@ANI) April 10, 2019
सीबीआई अधिवक्ता ने अदालत से लालू प्रसाद की जमानत याचिका का विरोध करते हुए एक हलफनामा दायर करने की अनुमति मांगते हुए दावा किया है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीमारी की आड़ में सफलतापूर्वक जेल की सजा काटते हुए अपना अधिकांश समय अस्पताल के एक विशेष वार्ड में बिताया है. कई शीर्ष स्तर के राजनेता उनसे मिलने भी गए. सीबीआई ने कहा कि लालू ने अस्पताल में विशेष वार्ड से राजनीतिक गतिविधियों का संचालन किया.