नई दिल्ली. अक्सर चुनावी रैलियों के दौरान कई मौकों पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा है कि वे बचपन में गुजरात (Gujarat) स्थित वडनगर रेलवे स्टेशन (Vadnagar Railway Station) पर चाय बेचा करते थे. वही अब खबर है कि प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) जिस दूकान पर चाय बेचा करते थे उसे टूरिस्ट स्पॉट बना जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पर्यटन मंत्रालय ने इस जगह को टूरिस्ट स्पॉट (Tourist Spot) बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. इसी के चलते केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल (Union Tourism Minister Prahlad Patel) ने वडनगर रेलवे स्टेशन पर स्थित इस जगह का दौरा किया है और इसके मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए दुकान को शीशे से कवर करने का आदेश दिया है.
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री (Union Tourism Minister Prahlad Patel) ने आगे कहा कि दूकान के मौजूदा स्वरूप के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ ना की जाए. इससे पहले तत्कालीन केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा था कि गुजरात के वडनगर रेलवे स्टेशन में एक छोटी सी चाय की दुकान है, जहां से संभवत: प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) ने अपने जीवन की शुरूवात की थी.इसलिए हम चाय की उस दुकान को भी टूरिस्ट स्पॉट (Tourist Spot) के तौर पर विकसित करना चाहते हैं. यह भी पढ़े-पीएम नरेंद्र मोदी को मिलेगा एक और पुरस्कार, स्वच्छ भारत मिशन के लिए यूएस में किया जाएगा सम्मानित
गुजरात के वड़नगर रेलवे स्टेशन पर चाय की जिस दुकान पर पीएम @narendramodi बचपन में चाय बेचते थे, उसे पर्यटन स्थल के तौर विकसित किया जा रहा है। चाय की दुकान के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए दुकान को शीशे से कवर करने के निर्देश पर्यटन मंत्री @prahladspatel दिए हैं। pic.twitter.com/mfRvxnMXZr
— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) September 2, 2019
ऐसे में वडनगर स्थित इस चाय की दूकान को आखिर कब तक टूरिस्ट स्पॉट (Tourist Spot) के तौर पर घोषित किया जाएगा इसे लेकर फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आयी है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2014 (Lok Sabha Election 2014) के दौरान नरेंद्र मोदी को जब प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था तब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर (Congress Leader Mani Shankar Aiyar) ने उनपर तंज कसते हुए कहा था कि मोदी 21वीं सदी में भारत के प्रधानमंत्री कभी नहीं बन सकेंगे और अगर वे चाहें तो AICC अधिवेशन में चाय बेच सकते हैं. इसके बाद बीजेपी (BJP) ने इस बयान को चुनावी मुद्दा बना लिया था. साथ ही इसे चायवालों का अपमान तक करार दिया था. बीजेपी को इसका फायदा चुनाव में खूब मिला.