पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की चीफ महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) लगातार धारा-370 (Article 370) और चीन (China) को लेकर बयान दे रहे हैं. जो अब पूरी तरह से सियासी रंग ले चुका है. बीजेपी ने तो महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ मोर्चा खोला ही था. अब शिवसेना ने भी मोर्चा खोल दिया है. शिवसेना नेता संजय राउत (Shiv Sena leader Sanjay Raut) का इस मामले पर एक बयान आया है. जिसमें संजय राउत ने कहा कि महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और एक पार्टी अगर चीन की मदद से जम्मू-कश्मीर में धारा 370 फिर से लागू करना चाहते हैं तो मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को बहुत ही कठोर कदम उठाने चाहिए.
इसके साथ ही संजय राउत ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं के समर्थन में कहा कि भाजपा के चार कार्यकर्ता श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा लहराने गए थे, पुलिस उन्हें पकड़ कर पुलिस स्टेशन ले गई. अगर कोई लाल चौक, श्रीनगर या कश्मीर में तिरंगा लहराने की कोशिश करता है तो उसे रोकने के प्रयास को मैं राष्ट्रद्रोह मानता हूं. संजय राउत के इस बयान के बाद साफ हो गया है कि आने वाले समय में इस मसले को लेकर जमकर सियासी जंग होगी.
ANI का ट्वीट:-
If Mehbooba Mufti, Farooq Abdullah & others want to impose Article 370 in Kashmir with help of China then central govt should take strict steps. If any person who wants to unfurl tri-colour in Kashmir is stopped, then I consider it as 'Rashtra droh': Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/mhqzLHlI2V
— ANI (@ANI) October 28, 2020
गौरतलब हो कि 4 महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद शुक्रवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि उनकी पार्टी भारतीय तिरंगा नहीं फहराएगी, जब तक कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का झंडा फहराने की इजाजत नहीं दी जाती. पिछले साल 5 अगस्त को संविधान का अनुच्छेद 370 निरस्त होने से पहले, जम्मू और कश्मीर का अलग झंडा और अलग संविधान था.