बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने दी कांग्रेस अध्यक्ष को खुली चुनौती, कहा- राहुल जीते तो राजनीति छोड़ दूंगा, यदि हारे तो वे भारत छोड़ दें
साक्षी महाराज ने राहुल गांधी को खुले तौर पर चुनौती दी है कि अगर राहुल गांधी चुनाव जीतते है तो वे राजनीति छोड़ देंगे, और अगर राहुल गांधी हारते हैं तो वे भारत छोड़ दें और इटली चले जाएं.
नई दिल्ली: सियारी गलियारों में अपने तेज-तर्रार बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले उन्नाव जिले से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. साक्षी महाराज ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है जिससे राजनीति में एक बार फिर घमासान मच गया है. दरअसल साक्षी महाराज ने राहुल गांधी को खुले तौर पर चुनौती दी है कि अगर राहुल गांधी चुनाव जीतते है तो वे राजनीति छोड़ देंगे, और अगर राहुल गांधी हारते हैं तो वे भारत छोड़ दें.
बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने 2019 आम चुनावों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को यह चुनौती अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव से दी है. उन्होंने कहा है राहुल गांधी यहां से चुनाव लड़ें और अगर यहां वे मुझ से हारते हैं तो वे भारत छोड़ कर इटली चले जाएं. साक्षी महाराज ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि "अब जा रहे हैं मानसरोवर और खा रहे हैं नॉनवेज. कहीं टोपी लगा रहे, कहीं शिव भक्त बन रहे तो कहीं राम भक्त" राहुल हर बार अपनी बातों से खुद को एक हंसी का पात्र बना लेते हैं. यह भी पढ़ें- हिंदू राष्ट्र का मतलब यह नहीं कि यहां मुस्लिमों के लिए स्थान नहीं: प्रवीण तोगड़िया
बीजेपी के फायर ब्रांड नेता साक्षी महाराज इस दौरान राहुल गांधी के साथ अखिलेश यादव पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि बीजेपी भला मानसरोवर यात्रा का विरोध क्यों करेगी, अगर अखिलेश यादव कोई मंदिर बनवाते हैं तो बीजेपी विरोध नहीं करेगी. साथ ही साक्षी महाराज ने विपक्ष को मन से शुद्ध होने की नसीहत भी दे डाली. साक्षी महाराज ने कहा कि "हम राम भक्त हैं लेकिन वेदों में लिखा है कि पहले अंदर से शुद्ध हो जाइए फिर देवता की पूजा कीजिए. कोई भी बिना शुद्ध हुए मंदिर में प्रवेश नहीं करता है." यह भी पढ़ें- राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, 6 बार विधायक रह चुके घनश्याम तिवाड़ी बनाएंगे तीसरा दल
सबका साथ सबका विकास मुद्दे से भयभीत है विपक्ष
साक्षी महाराज ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि "जब युद्ध लड़ा जाता है तो कौन सा मुद्दा प्रभावी हो जाता है यह कहा नहीं जा सकता है" लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का सबका साथ, सबका विकास मुद्दा बड़ा चुनावी हथियार है. इस के खौफ के कारण विपक्षी महाठगबंधन कर रहें हैं. जबकि हम सबका साथ, सबका विकास के साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं.