आडवाणी के बहाने रॉबर्ट वाड्रा का BJP पर निशाना, कहा- वरिष्ठों का सम्मान न करना शर्मनाक
रॉबर्ट वाड्रा और लालकृष्ण आडवाणी (Photo Credit-PTI, IANS)

नई दिल्ली. गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद बीजेपी के ‘लौह पुरुष’ लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी. आडवाणी के ब्लॉग के बाद देश की राजनीति में भूचाल-सा आ गया है, विरोधी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साध रही हैं. इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के पति और रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने भी फेसबुक पोस्ट लिख आडवाणी (LK Advani) के पक्ष में बात रखी है. उन्होंने लिखा कि अगर हम अपने वरिष्ठों की सलाह को नहीं मानते हैं तो ये शर्मनाक है.

रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने लिखा कि पार्टी के सबसे अहम स्तंभ रहे व्यक्ति को लंबे समय से भुला दिया गया है. जो नेता अपनी नीति और शासनकाल को लेकर जाना जाता है, उसका सम्मान होना चाहिए इस तरह इग्नोर नहीं करना चाहिए. इस तरह अपने सीनियर की सलाह को न मानना शर्मनाक है. इसके बाद वाड्रा (Vadra) ने कहा कि एक विपक्ष के नेता के तौर पर मैंने उनका सम्मान किया है, ये काफी बुरा है कि उनकी पार्टी ने ही उन्हें भुला दिया. यह भी पढ़े-पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लालकृष्ण आडवाणी के बयान का किया स्वागत

दरअसल, गुरुवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) ने काफी लंबे अरसे बाद ब्लॉग लिखा है. उन्होंने ये ब्लॉग भारतीय जनता पार्टी (BJP) के स्थापना दिवस (6 अप्रैल) के अवसर पर लिखा है. इसमें उन्होंने कहा कि उनके लिए सबसे पहले देश है, फिर पार्टी और उसके बाद खुद हैं.

ज्ञात हो कि लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) के ब्लॉग के बहाने विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और बीजेपी (Bhartiya Janta Party) नेतृत्व पर निशाना साध रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने गुरु के लिए क्या किया है, क्या यह हिन्दू धर्म है, मोदी हमें हिन्दू धर्म सिखाएंगे.

वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)  ने ट्विटर पर लिखा, 'वरिष्ठतम राजनीतिज्ञ, पूर्व डिप्टी पीएम और भाजपा के संस्थापक आडवाणी (LK Advani) जी ने लोकतांत्रिक शिष्टाचार के बारे में जो विचार व्यक्त किया है, वह महत्वपूर्ण है. बेशक, सभी विपक्ष जो अपनी आवाज उठाते हैं, वे राष्ट्र विरोधी नहीं हैं. हम उनके बयान का स्वागत करते हैं.