Bulldozer Controversy: उत्तर प्रदेश में 'बुलडोजर' को लेकर सीएम योगी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव में जुबानी जंग छिड़ गई है. अपने नए बयान में अखिलेश यादव ने कहा है कि अगर सूबे के मुखिया का बुलडोज़र इतना ही सफल है, तो उन्हें एक अलग पार्टी बना लेनी चाहिए और 'बुलडोजर' को अपना चुनाव चिन्ह बनाकर इलेक्शन लड़ना चाहिए. ऐसा करने पर उनका भ्रम और घमंड दोनों टूट जाएगा. सीएम योगी पर तंज कसते हुए उन्होंने आगे कहा कि आपके जो हालात हैं, उसमें आप भाजपा में होते हुए भी नहीं के बराबर ही हैं. अलग पार्टी तो आपको आज नहीं तो कल बनानी ही पड़ेगी.
इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही पूरे प्रदेश का बुलडोजर गोरखपुर की ओर मुड़ जाएगा. जब से भाजपा सरकार आई है, प्रदेश हर स्तर पर पिछड़ता चला गया है. जनता महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त है.
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अलग पार्टी बनाकर बुलडोजर 'चुनाव चिह्न' के साथ इलेक्शन लड़िए: अखिलेश यादव
अगर आप और आपका बुलडोज़र इतना ही सफल है तो अलग पार्टी बनाकर ‘बुलडोज़र’ चुनाव चिन्ह लेकर चुनाव लड़ जाइए। आपका भ्रम भी टूट जाएगा और घमंड भी। वैसे भी आपके जो हालात हैं, उसमें आप भाजपा में होते हुए भी ‘नहीं’ के बराबर ही हैं, अलग पार्टी तो आपको आज नहीं तो कल बनानी ही पड़ेगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 4, 2024
इसके जवाब में सीएम योगी ने आज कहा कि बुलडोजर वही व्यक्ति चला सकता है, जिसमें बुलडोजर चलाने की क्षमता हो. बुलडोजर चलाने के लिए दिल और दिमाग दोनों की जरूरत होती है. बुलडोजर चलाने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है. दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले क्या बुलडोजर चलवाएंगे? हर किसी के हाथ में बुलडोजर फिट नहीं बैठता है. 2017 से पहले जिन्होंने देश को लूटा, आज जब उनके सपने टूट गए तो टीपू भी सुल्तान बनने चल दिए. वे मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं. उन्होंने अपने शासनकाल के दौरान प्रदेश के युवाओं, व्यापारियों और उद्यमियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया.