बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र कल से, तेजस्वी यादव की वापसी के इंतजार में आस लगाए बैठी है RJD
तेजस्वी यादव (Photo Credits: ANI/File)

बिहार (Bihar) विधानमंडल का मानसून सत्र (Monsoon Session) शुक्रवार (28 जून) से शुरू हो रहा है. इस बीच बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को उसके नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की गैर-मौजूदगी सता रही है. दरअसल, आरजेडी को भी नहीं पता कि उनका नेता कहां 'लापता' हैं. मालूम हो कि तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में आरजेडी की करारी हार के बाद से सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए हैं. बहरहाल, आरजेडी विधानमंडल सत्र के दौरान एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार से बच्चों की हो रही मौत के मामले को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में हैं. आरजेडी नेताओं का कहना है कि हमारी पार्टी विधानसभा और विधान परिषद में इस मामले को पुरजोर तरीके से उठाएगी.

एक तरफ जहां कुछ दिनों पहले बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक पोस्टर लगा था जिसमें ‘लापता’ तेजस्वी यादव को खोज निकालने वाले व्यक्ति को 5100 रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी. वहीं, दूसरी तरफ मानसून सत्र के सुचारू संचालन के लिए  बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी द्वारा गुरुवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे. इस बीच, आरजेडी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि चमकी बुखार से बच्चों की हो रही मौत के मामले को लेकर हमारी पार्टी नीतीश सरकार पर जोरदार हमला नहीं कर सकी. उन्होंने बताया कि विधानसभा के मानसून सत्र के लिए भी कोई रणनीति नहीं बनाई गई है. यह भी पढ़ें- RJD नेता रघुवंश प्रसाद ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, कहा- उनके बारे में कुछ पता नहीं, हो सकता है वर्ल्ड कप देखने गए हों!

उधर, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और प्रदेश के प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में एईएस से बच्चों की हो रही मौत के मामले को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा. इसके साथ ही विधान परिषद में भी सरकार की नाकामी को उजागर किया जाएगा.