Haryana Elections: हरियाणा की राजनीति में इस बार क्षेत्रीय पार्टियों का असर कमजोर होता नजर आ रहा है. एग्जिट पोल के अनुसार, जेजेपी (JJP) और इनेलो (INLD) को चुनावी मैदान में कोई खास सफलता मिलती दिखाई नहीं दे रही है. इससे साफ है कि जनता का विश्वास अब मुख्यधारा की पार्टियों, यानी बीजेपी और कांग्रेस की ओर बढ़ रहा है. एग्जिट पोल में बीजेपी और कांग्रेस को बढ़त मिली है, जो राजनीतिक समीक्षकों के लिए एक बड़ा संकेत है. इस बदलाव के पीछे क्या कारण हैं, यह जानने के लिए सभी की नजरें 8 अक्टूबर को होने वाले नतीजों पर टिकी रहेंगी.
यह चुनाव न केवल हरियाणा की राजनीतिक तस्वीर को बदल सकता है, बल्कि क्षेत्रीय पार्टियों के भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है.
क्या कहते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े?
- रिपब्लिक-मैट्रिज एग्जिट पोल के अनुसार, हरियाणा में कांग्रेस क्लीन स्वीप कर सकती है. यहां भाजपा को 30.30% वोट शेयर के साथ 18 से 24 सीटें मिलने का अनुमान है. कांग्रेस को 35.80% वोट शेयर के साथ 55 से 62 सीटें मिलने का अनुमान है. जेजेपी+ को 6.60% वोट शेयर के साथ 0 से 3 सीटें मिलने का अनुमान है.
- हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए News18 India ने अपना एग्जिट पोल जारी कर दिया है. इसके मुताबिक, हरियाणा में कांग्रेस को 59 सीटें आती दिख रही हैं. वहीं बीजेपी को 21 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
- हरियाणा की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है. Dhruv Research के मुताबिक, हरियाणा में कांग्रेस गठबंधन स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ रहा है, जिसकी सीटों की संख्या 57 ± 7 तक पहुंचने का अनुमान है.
- पीपुल्स पल्स द्वारा किए गए सर्वे में कांग्रेस को स्पष्ट बढ़त दिखाई गई है. इसके अनुसार उसे 54 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी को 26 सीटें मिलने की उम्मीद है.