जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में राजनीतिक बगावत के बीच ऑडियो टेप मामले में आरोपी अशोक सिंह (Ashok Singh) और भारत मलानी (Bharat Malani) ने आगे की जांच के लिए अपनी आवाज का सैंपल देने से इनकार कर दिया है. वहीं इस मामले में जयपुर कोर्ट ने संजय जैन (Sanjay Jain) को चार दिन की रिमांड में भेज दिया है.
राजस्थान पुलिस के विशेष कार्य बल ‘एसओजी’ राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के मामले की जांच कर रही है. ऑडियो मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से एक एफआईआर में तीन नाम- भंवरलाल शर्मा, गजेंद्र सिंह, संजय जैन हैं और दूसरे एफआईआर में कोई नाम नहीं है. मायावती ने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन की मांग की, कांग्रेस बोली- मजबूर हैं बसपा प्रमुख
#RajasthanPoliticalCrisis: Accused in the matter Ashok Singh and Bharat Malani refuse to give their voice samples for further investigation.
— ANI (@ANI) July 18, 2020
सत्ता की लड़ाई में तब नया मोड आ गया जब कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और बागी कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा के बीच बातचीत का एक ऑडियो सामने आया. कांग्रेस ने विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.
उधर, राजस्थान में कांग्रेस की कारवाई के बाद सचिन पायलट भी न तो पार्टी छोड़ने का फैसला ले पा रहे हैं और न ही आगे की रणनीति का खुलासा कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि हरियाणा के मानेसर स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में सचिन पायलट खेमे के लगभग 12 बागी विधायक मौजूद हैं और हरियाणा पुलिस उन्हें सुरक्षा दे रही है. एक सप्ताह पहले 24 बागी विधायकों के यहां आने के बाद से ही इस होटल के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. हालांकि लगभग 12 विधायक सचिन पायलट के साथ मतभेद पैदा होने के बाद राजस्थान लौट गए.