राजस्थान में भले ही सचिन पायलट (Sachin Pilot) और सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) एक साथ फिर से आ गए हों. लेकिन राज्य के भीतर सियासी गहमागहमी अब भी शांत नहीं हुई है. दरअसल राज्य में अब बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं. इसी बीच विधानसभा में सचिन पायलट की सीट बदल दी गई है. सचिन पायलट को समर्थक विधायकों को गैलरी में लगी कुर्सी पर बैठाया गया है. माना जा रहा है कि यह मामला अब तूल पकड़ सकता है. वहीं, सचिन पायलट ने विधानसभा सत्र के पहले दिन बोलते हुए कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है. मैं अंतिम लाइन में बैठा हूं. मैं राजस्थान से आता हूं, जो कि पाकिस्तान की सरहद पर है. सरहद पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है. मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है.
सचिन पायलट ने कहा कि चाहे वो मेरा दोस्त हो या साथी हो. हम लोगों ने जिस डॉक्टर के पास मर्ज को बताना था बता दिया है. इलाज करवाने के बाद हम सब सवा सौ लोग सदन में खड़े हैं. इस सरहद पर चाहे कितनी भी गोलाबारी हो हम सब और मैं कवच और ढाल, गदा और भाला बनकर सब सुरक्षित रखूंगा. सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत करने के बाद सचिन पायलट पार्टी में वापस लौट आए हैं. यह भी पढ़ें:- Rajasthan Political Crisis: सीएम अशोक गहलोत की आज अग्निपरीक्षा, क्या बहुमत कर पायेंगे साबित? जानिए क्या है विधानसभा का आंकड़ा.
ANI का ट्वीट:-
Be it me or any friend of mine, we consulted the 'doctor' and all 125 of us are standing in the House today after 'treatment'...There may be bombardment at this border but we will be the armour and keep it everything safe: Sachin Pilot, Congress MLA, in #Rajasthan Assembly https://t.co/ytVVLl8qNM
— ANI (@ANI) August 14, 2020
बता दें कि सचिन पायलट बगावत करने के एक महीने बाद वापस आए हैं. शुरुवार शाम गहलोत-पायलट की मुलाकात जरूर हुई है. लेकिन उसके बाद सीएम अशोक गहलोत का एक बयान सामने आया था. जिसमें वे कह रहे थे कि अब 19 विधायकों के बिना भी बहुत पेश कर देते. लेकिन यह अच्छा नहीं लगता है. मीडिया खबरों की माने तो दोनों नेता मिल तो जरुर गए हैं लेकिन मन के अंदर अभी कुछ न कुछ चल रहा है.