Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में सियासी संकट खत्म होने की बजाय बढ़ते ही जा रहा है. बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) से कांग्रेस में शामिल होने वाले 6 विधायकों के खिलाफ बीएसपी और बीजेपी विधायक मदन दिलावर की तरफ से राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. जिस याचिका पर गुरुवार को कोर्ट सुनवाई करते हुए विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ ही विधानसभा सचिव और बीएसपी से कांग्रेस में शामिल सभी विधायकों को नोटिस जारी कर 11 अगस्त तक जवाब देने को कहा गया है.
कांग्रेस से बीएसपी में शामिल इन विधायकों को लेकर राजस्थान कोर्ट में बुधवार को भी सुनवाई हुई थी.लेकिन सुनवाई के कुछ समय बाद ही अगली सुनवाई गुरुवार तक के लिए टाल दी गई थी. बुधवार को कोर्ट में हुए सुनवाई के दौरान वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बीएसपी की तरफ से सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि बसपा एक राष्ट्रीय पार्टी है , इसका राज्य में विलय नहीं हो सकता है, मिश्रा ने कोर्ट के सामने यह भी कहा कि स्पीकर जान बूझकर इस मामले को लंबा खींच रहे हैं. यह भी पढ़े: Rajasthan Political Crisis: राजस्थान हाईकोर्ट में बीएसपी ने दी पक्षकार बनाने की अर्जी, अशोक गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ी
Rajasthan High Court issues notice to Speaker & Secretary of the Legislative Assembly, and 6 BSP MLAs in connection with the merger of the BSP MLAs with Congress party, in the state. The Court asks them to file reply by 11th August.
— ANI (@ANI) July 30, 2020
बीएसपी जिन 6 विधायको के खिलाफ राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. उनके नाम संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया, लाखन मीणा, जोगेंद्र अवाना और राजेंद्र गुढ़ा हैं. जिन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर जीत दर्ज की. लेकिन सितंबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए. जिसका बीएसपी प्रमुख मायावती ने कड़े शब्दों में विरोध जताते हुए कांग्रेस को सबक सिखाने की बात कही थी.