राहुल गांधी अपने फैसले पर कायम, पार्टी को दिया 1 महीने का समय, संसद में जिम्मेदारी लेने को तैयार
राहुल गांधी से कहा गया है कि अभी पार्टी को नए विकल्प नहीं मिल रहे हैं. इस पर राहुल गांधी ने पार्टी के एक बड़े नेता से कहा है कि आप एक महीना ले लीजिए, लेकिन मेरा विकल्प ढूंढ लीजिए. उन्होंने कहा है कि मैं पद छोड़ने के लिए मन बना चुका हूं.
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में कांग्रेस की करारी हार के बाद से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े गए हैं. नतीजों के दिन के बाद से कांग्रेस (Congress) में बैठकों का दौर जारी है. मंगलवार को भी इसे लेकर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, रणदीप सुरजेवाला ने राहुल से उनके आवास पर मुलाकात की. खबर है कि सभी नेताओं ने राहुल को मनाने की कोशिश की.
इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि राहुल गांधी से कहा गया है कि अभी पार्टी को नए विकल्प नहीं मिल रहे हैं. इस पर राहुल गांधी ने पार्टी के एक बड़े नेता से कहा है कि आप एक महीना ले लीजिए, लेकिन मेरा विकल्प ढूंढ लीजिए. उन्होंने कहा है कि मैं पद छोड़ने के लिए मन बना चुका हूं.
यह भी पढ़ें- इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी, ये 4 नेता बन सकते हैं कांग्रेस के अध्यक्ष
राहुल गांधी ने साफ किया कि मैं संसद में जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं, लेकिन पार्टी एक महीने के भीतर नया अध्यक्ष चुन ले. राहुल ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी को इन सभी से दूर रखना चाहिए, किसी भी हालत में प्रियंका मेरी जगह अध्यक्ष नहीं बनेंगी. बता दें कि राहुल इससे पहले भी कह चुके हैं कि मेरी बहन को इन सब के बीच में मत लाओ. कोई नॉन गांधी अध्यक्ष ढूंढो.
आज की मुलाकात में राहुल गांधी ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट से राजस्थान से संदर्भ में चर्चा की. सूबे में आम चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हो गया है. विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी का पूरी तरह यहां से सफाया हो गया है. देश भर में मात्र 52 सीटों पर सिमट कर रह गई है. हार के बाद से ही पार्टी में इस्तीफों का दौर जारी है.