किसानों के आंदोलन पर बोले राहुल गांधी- मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है, सरकार को सुनना पड़ेगा
नई दिल्ली:- एक तरफ किसान आंदोलन पर सरकार के खिलाफ बैठे हैं. वहीं, दूसरी तरफ विरोधी दलों ने भी सरकार पर हमला करना जारी है. एक तरफ आम आदमी पार्टी है तो दूसरी तरफ कांग्रेस, जो इस मुद्दे पर सरकार को किसी भी हाल में घेरने का मौका नहीं गंवा रहे है. इसी कड़ी में एक बार फिर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है, सरकार को सुनना पड़ेगा. किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर चुके हैं. जहां पर उन्होंने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर किए हुए ज्ञापन को सौंपा था.
नई दिल्ली:- एक तरफ किसान आंदोलन पर सरकार के खिलाफ बैठे हैं. वहीं, दूसरी तरफ विरोधी दलों ने भी सरकार पर हमला करना जारी है. एक तरफ आम आदमी पार्टी है तो दूसरी तरफ कांग्रेस, जो इस मुद्दे पर सरकार को किसी भी हाल में घेरने का मौका नहीं गंवा रहे है. इसी कड़ी में एक बार फिर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है, सरकार को सुनना पड़ेगा. किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर चुके हैं. जहां पर उन्होंने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर किए हुए ज्ञापन को सौंपा था.
राहुल गांधी ने गुरुवार को तीन कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर हजारों किसान लगभग एक महीने से आंदोलनरत हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है. बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर के कहा था, भारत के किसान ऐसी त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं. इस सत्याग्रह में हम सबको देश के अन्नदाता का साथ देना होगा. Farmers Protest: आंदोलन का 31वां दिन, दोपहर 2 बजे संयुक्त किसान मोर्चा सिंघु बॉर्डर पर करेगा मीटिंग.
ANI का ट्वीट:-
उन्होंने कहा था, बीजेपी के कई नेताओं ने आंदोलनकारी किसानों को राष्ट्र-विरोधी कहा है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, जब किसान उनके खिलाफ खड़े होते हैं तो वे उन्हें आतंकवादी कहते हैं, जब मजदूर उनके खिलाफ खड़े होते हैं, तो वे उन्हें आतंकवादी कहते हैं. जो भी मोदी के खिलाफ खड़ा होता है उसे आतंकवादी कहा जाता है. जो भी सरकार के खिलाफ बोलता है उसे राष्ट्रविरोधी बताया जाता है.