राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की तरफ से बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के महागठबंधन में वापस लौटने के दावे पर अब राबड़ी देवी का बयान आया है. राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार महागठबंधन में आने को गिड़गिड़ा रहे थे. राबड़ी देवी ने जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश के 'कबूतर' को उन्होंने घर से निकाल दिया था. राबड़ी देवी ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा, 'नीतीश कुमार माफी और अनेकों प्रकार की लुभावनी डील के साथ महागठबंधन में आने को गिड़गिड़ा रहे थे. बार-बार उनके कबूतर चिट्ठी लेकर आ रहे थे. एकबार उनके दूत को इस विषय पर बात करने पर मैंने उसे घर से निकाल दिया था. जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं है.'
नीतीश कुमार माफ़ी और अनेकों प्रकार की लुभावनी डील के साथ महागठबंधन में आने को गिड़गिड़ा रहे थे। बार-बार उनके कबूतर चिट्ठी लेकर आ रहे थे।एकबार उनके दूत को इस विषय पर बात करने पर मैंने उसे घर से निकाल दिया था।
जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं है।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) April 12, 2019
बता दें कि लालू प्रसाद ने नलिन वर्मा के साथ मिलकर लिखी गई अपनी किताब 'गोपालगंज टु रायसीनाः माइ पॉलिटिकल जर्नी' में दावा किया है कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन में वापसी के लिए अपनी पार्टी जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को उनके पास अलग-अलग मौकों पर अपना दूत बनाकर पांच बार भेजा था. लेकिन मैंने मना कर दिया. यह भी पढ़ें- लालू प्रसाद यादव का बड़ा खुलासा, कहा- महागठबंधन में वापसी करना चाहते थे बिहार के CM नीतीश कुमार
बाद में प्रशांत किशोर ने को ट्वीट कर लिखा था, 'लालू यादव का दावा झूठा है. यह एक नेता के चर्चा में रहने का केवल घटिया प्रयास है जिसके अच्छे दिन गुजर चुके हैं. हां, मेरे जेडीयू में शामिल से होने से पहले हम कई बार मिले थे लेकिन मैं अगर यह बता दूं कि किन बातों पर चर्चा हुई थी तो वह (लालू यादव) बुरी तरह से शर्मिंदा हो जाएंगे.'