लखनऊ, 8 जनवरी: चुनाव आयोग (Election Commission) ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) की घोषणा की, जिसके बाद राजनीतिक दलों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए अपनी-अपनी जीत के दावे किए और सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) पर निशाना साधना शुरू कर दिया. यूपी में 7 चरण में होगी वोटिंग, 10 फरवरी से होगा मतदान, जानें पूरी डिटेल
जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditynath) ने प्रचंड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनाने का दावा किया है वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दावा किया है कि 10 मार्च को भाजपा का साफ होना तय है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने चुनाव की तारीख घोषित होने का स्वागत करते हुए सत्ताधारी पार्टी के हथकंडों पर आयोग से नजर रखने की अपील की है.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditynath) ने ट्वीट किया, '' लोकतंत्र के महापर्व में प्रदेश के चुनाव की तिथियों की घोषणा का स्वागत। भारतीय जनता पार्टी डबल इंजन की सरकार की उपलब्धियों के आधार पर जनता जनार्दन के आशीर्वाद से प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने में सफल होगी.''
समाजवादी पार्टी ने पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के हवाले से चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया देने का दावा किया है. सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शनिवार को ट्वीट किया ''किसानों के हित के लिए कोई फैसला नहीं लिया, इसलिए 10 मार्च को भाजपा का साफ होना तय है. 10 तारीख के बाद सपा ने जो संकल्प लिया है, यहां के लोगों को 300 यूनिट बिजली के लिए कोई बिल नहीं आएगा, बिल शून्य होगा.'' इसी ट्वीट में पार्टी ने आगे कहा है कि चुनाव के ऐलान होने के बाद माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी की पहली प्रतिक्रिया.
यादव ने मीडिया से कहा '' ये तारीखें बदलाव की हैं। शुरुआत 10 फरवरी से हो रही है और 10 मार्च तक परिणाम आएगा। चुनाव आयोग द्वारा रखी गई शर्तों का पालन किया जाएगा।दस मार्च के बाद भाजपा का साफ होना तय है.’’
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया ''उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा आम चुनाव हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आज तिथि की घोषणा का स्वागत। आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आयोग यह चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुचारू व शांतिपूर्वक कराने की अपनी जिम्मेदारी को जन आकांक्षाओं के अनुरूप पूरी मुस्तैदी से जरूर निभाएगा.''
बसपा प्रमुख ने लिखा,''खासकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा हर चुनाव में नए-नए हथकंडे अपनाकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने की प्रवृति घातक रूप से आम होती जा रही है, जिसपर इस चुनाव में पूरी गंभीरता से ध्यान देने एवं तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कार्रवाई करने की चुनाव आयोग से खास अपील.''
उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा ''चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है जिसके प्रति खासकर ग़रीब, मजदूर एवं मेहनतकश लोग अति-उत्साहित रहते हैं, उनकी भावना एवं अधिकारों की विशेषकर वोटिंग वाले दिन हर प्रकार से रक्षा जरूर हो. नागरिकों के मताधिकार की रक्षा उनके मूलभूत अधिकार की तरह संविधान के मंशा के अनुरूप हो तो बेहतर.''
मायावती ने कहा कि बसपा के सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं उम्मीदवारों आदि को भी सख्त निर्देश है कि वे पार्टी अनुशासन के साथ-साथ आज से ही लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता का कड़ाई के साथ अनुपालन करें.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटें हैं और आयोग ने यहां सात चरणों में मतदान कराने की घोषणा की है, जिसकी शुरुआत दस फरवरी से होगी और मतगणना 10 मार्च को होगी. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य में भाजपा ने 312 और उसके सहयोगियों ने 13 सीटें जीती थीं, जबकि सपा को 47, बहुजन समाज पार्टी को 19 और कांग्रेस को सात सीटों पर जीत मिली थीं. भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) को नौ तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को चार सीटों पर जीत मिली. राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी का भी एक-एक सीट पर खाता खोला था. बाकी निर्दलीय भी जीते थे.
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