प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) की श्रद्धांजलि सभा में कहा कि सुषमा जी के व्यक्तित्व के अनेक पहलू थे, जीवन के अनेक पड़ाव थे और बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ता के रूप में एक अनन्य निकट साथी के रूप में काम करते हुए, असंख्य घटनाओं के हम जीवंत साक्षी रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि एक व्यवस्था के अंतर्गत जो भी काम मिले, उसे जी जान से करना और व्यक्तिगत जीवन में बड़ी ऊंचाई मिलने के बाद भी करना, ये कार्यकर्ताओं के लिए सुषमा जी की बहुत बड़ी प्रेरणा है. उन्होंने कहा कि सुषमा जी का भाषण प्रभावी होने के साथ-साथ, प्रेरक भी होता था. सुषमा जी के वक्तव्य में विचारों की गहराई हर कोई अनुभव करता था, तो अनुभव की ऊंचाई भी हर पल नए मानक पार करती थी. ये दोनों होना एक साधना के बाद ही हो सकता है.
PM Narendra Modi at the condolence meet for late former Union Minister & BJP leader Sushma Swaraj in Delhi: She was very strong in her opinions & also she tried to stay committed to them. Her speeches were not only effective, but also very inspiring. pic.twitter.com/x1FildxjnZ
— ANI (@ANI) August 13, 2019
पीएम मोदी ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम को विदेश मंत्रालय कैसे सिद्ध कर सकता है, सुषमा जी ने विश्वभर में फैले भारतीय समुदाय के लोगों के माध्यम से ये कर के दिखाया. आमतौर पर विदेश मंत्रालय का मतलब कोट-पैन्ट-टाई इसी के आस का प्रोटोकॉल होता है. लेकिन सुषमा जी ने इस प्रोटोकॉल की परिभाषा को पिपल्स कॉल में परिवर्तित कर दिया. यह भी पढ़ें- धरा से सदा के लिए अलविदा सुषमा स्वराज, बेटी बांसुरी स्वराज ने गंगा में अस्थियों का किया विसर्जन: देखें वीडियो
Delhi: Prime Minister Narendra Modi, Home Minister Amit Shah, Defence Minister Rajnath Singh and BJP Working President JP Nadda observe 2-minute silence during the condolence meet for late former Union Minister & BJP leader Sushma Swaraj at Jawaharlal Nehru Stadium. pic.twitter.com/r31jyJuPYi
— ANI (@ANI) August 13, 2019
गौरतलब है कि सुषमा स्वराज (67 वर्ष) का छह अगस्त को दिल का दौरा पड़ने के कारण एम्स में निधन हो गया था.