नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज (7 फरवरी) लोकसभा (Lok Sabha) में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अन्य विपक्षी दलों के राजनीतिक हमले का जवाब दे रहे है. दरअसल देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. अपने इस जवाबी भाषण के दौरान जहां एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी राहुल गांधी समेत तमाम विरोधी दलों के सांसदों द्वारा चर्चा के दौरान उन पर और उनकी सरकार पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते नजर आ रहे है वहीं साथ ही पांचों चुनावी राज्यों के मतदाताओं को भी राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रहे है. UP: बिजनौर में गरजे PM मोदी, कहा- नकली समाजवादियों की वजह से ठहरा था यूपी के विकास का पानी, सपा करीबीयियों की प्यास बुझाने में थी मस्त
दरअसल, लोकसभा में 2 फरवरी को विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा था. राहुल ने मोदी सरकार पर देश में रोजगार के अवसर खत्म करने, छोटे और मध्यम उद्योगों को खत्म करने, गरीबों और अमीरों के बीच असमानता की खाई बढ़ाने, चीन और पाकिस्तान सीमा पर गलत नीतियों की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न करने जैसे कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार की आर्थिक, औद्योगिक, सामरिक, विदेश , आंतरिक और बाह्य सुरक्षा की नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे.
पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे है-
राहुल ने संघवाद और संवैधानिक संस्थाओं को लेकर भी प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी थी. सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि यूपीए सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था और एनडीए सरकार ने 23 करोड़ लोगों को वापस गरीबी में धकेल दिया है.
राहुल ने शहंशाह और राजा जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था. अन्य विरोधी दलों के नेताओं ने भी चर्चा के दौरान सरकार की नीतियों और पीएम मोदी की जमकर आलोचना की थी.
यही वजह है कि लोकसभा में बोलने हुए पीएम मोदी इन तमाम आरोपों पर पलटवार करने के साथ ही विरोधी दलों खासकर राहुल गांधी और कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रहे है.
आपको बता दें कि, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन, 31 जनवरी को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था. संसदीय परंपरा के अनुसार लोक सभा और राज्यसभा, दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया जाता है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाबी भाषण के साथ ही सोमवार को लोकसभा में इस पर चर्चा का समापन हो जाएगा. बताया जा रहा है कि लोकसभा सोमवार को ही इस प्रस्ताव को पारित भी कर सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (7 फरवरी) लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य विपक्षी दलों के राजनीतिक हमले का जवाब दे रहे है. दरअसल देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. अपने इस जवाबी भाषण के दौरान जहां एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी राहुल गांधी समेत तमाम विरोधी दलों के सांसदों द्वारा चर्चा के दौरान उन पर और उनकी सरकार पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते नजर आ रहे है वहीं साथ ही पांचों चुनावी राज्यों के मतदाताओं को भी राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रहे है.
दरअसल, लोकसभा में 2 फरवरी को विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा था. राहुल ने मोदी सरकार पर देश में रोजगार के अवसर खत्म करने, छोटे और मध्यम उद्योगों को खत्म करने, गरीबों और अमीरों के बीच असमानता की खाई बढ़ाने, चीन और पाकिस्तान सीमा पर गलत नीतियों की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न करने जैसे कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार की आर्थिक, औद्योगिक, सामरिक, विदेश , आंतरिक और बाह्य सुरक्षा की नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे.
राहुल ने संघवाद और संवैधानिक संस्थाओं को लेकर भी प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी थी. सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि यूपीए सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था और एनडीए सरकार ने 23 करोड़ लोगों को वापस गरीबी में धकेल दिया है.
राहुल ने शहंशाह और राजा जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था. अन्य विरोधी दलों के नेताओं ने भी चर्चा के दौरान सरकार की नीतियों और पीएम मोदी की जमकर आलोचना की थी.
यही वजह है कि लोकसभा में बोलने हुए पीएम मोदी इन तमाम आरोपों पर पलटवार करने के साथ ही विरोधी दलों खासकर राहुल गांधी और कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रहे है.
आपको बता दें कि, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन, 31 जनवरी को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था. संसदीय परंपरा के अनुसार लोक सभा और राज्यसभा, दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया जाता है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाबी भाषण के साथ ही सोमवार को लोकसभा में इस पर चर्चा का समापन हो जाएगा. बताया जा रहा है कि लोकसभा सोमवार को ही इस प्रस्ताव को पारित भी कर सकती है.