'आप की अदालत' में माधवी लता की बेबाक टिप्पणी पर पीएम मोदी ने जमकर उनकी तारीफ की. उन्होंने कहा कि माधवी लता जी, आपका 'आप की अदालत' एपिसोड असाधारण है. आपने बहुत ही ठोस बातें रखी हैं और वह भी तर्क और जोश के साथ. मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं. मैं सभी से आग्रह करता हूं कि आज सुबह 10 बजे या रात 10 बजे इस कार्यक्रम का पुनः प्रसारण देखें. आप सभी को यह बहुत ही ज्ञानवर्धक लगेगा.
आप की अदालत
भारतीय जनता पार्टी की हैदराबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार माधवी लता ने इंडिया टीवी के लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' में कई विषयों पर खुलकर बात की. साथ ही, उन्होंने 'आप की अदालत' में इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का भी सामना किया.
Madhavi Latha Ji, your ‘Aap Ki Adalat’ episode is exceptional. You’ve made very solid points and also done so with logic and passion. My best wishes to you.
I also urge everyone to watch the repeat telecast of this programme at 10 AM or 10 PM today. You all will find it very…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 7, 2024
टिकट मिलने की कोई जानकारी नहीं थी
जब रजत शर्मा ने माधवी लता से हैदराबाद सीट से टिकट मिलने का जिक्र किया तो माधवी लता ने कहा कि उन्हें भाजपा के टिकट पर हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए चुने जाने की कोई जानकारी नहीं थी. माधवी लता ने आगे कहा कि 'मैंने तो टीवी पर ही देखा था, और मुझे बहुत खुशी हुई जब मुझे टिकट मिला क्योंकि इसकी वजह से मुझे उनको (नरेंद्र मोदी) देखने को मिला. वह बस इस युग के महायोगी हैं. बिना मेरा चेहरा देखे, बिना मुझे जाने, उन्होंने सिर्फ मेरे काम को देखकर मुझे यह मौका दिया.'
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'मेरा काम जानने के बाद ही टिकट दिया गया'
अपने बारे में बताते हुए माधवी लता ने कहा, 'मैं पिछले 20 सालों से चैरिटेबल काम कर रही हूं. मैंने पूरे हैदराबाद लोकसभा को 8-10 महीने पहले 1008 नॉर्मल डिलीवरी फ्री डिक्लेयर किया था.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में बात करते हुए माधवी लता ने कहा, 'जिसका नाम मोदी भाई है, मैं उनके बारे में क्या बताऊं.' उन्होंने कहा, 'दिल्ली में बैठकर, मुझे बिना देखे, सिर्फ मेरे बारे में जानकर उन्हें लगा कि यह असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ लड़ सकती है और उन्होंने मुझे टिकट दे दिया.' माधवी लता ने कहा, बताइए, इससे बेहतर पारदर्शी राजनीति और क्या हो सकती है?
इस दौरान माधवी लता ने 1980-1990 के दौरान हुए दंगों का भी जिक्र किया. इन दंगों का जिक्र करते हुए माधवी लता का दर्द छलक पड़ा. उन्होंने बचपन की एक कहानी सुनाते हुए कहा कि उस समय हम पूरी रात डरे-डरे रहते थे. उन्होंने कहा कि जिस मोहल्ले में 100 हिंदू थे, आज वहां सिर्फ 5 हिंदू घर हैं.
'जिस मोहल्ले में 100 हिंदू थे, आज वहां सिर्फ 5 हिंदू घर हैं'
जब इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने उनसे पूछा कि उनकी क्या यादें हैं और उस समय हैदराबाद का माहौल कैसा था? इसके जवाब में माधवी लता ने कहा कि जब भी कोई त्यौहार होता था तो उस समय चाहे मुस्लिम हो या हिंदू त्यौहार, सभी अपने त्यौहार बड़ी खुशी से मनाते थे. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि जब मैं बहुत छोटी थी तो सड़क बड़ी दिखती थी या सड़क वाकई में बड़ी थी. आज इतने सालों बाद जब मैं उसी सड़क पर निकलती हूं तो पाती हूं कि सड़क पर मकान आ गया है. जिस मोहल्ले में 100 हिंदू थे, आज वहां सिर्फ 5 हिंदू घर हैं.
'किसी भी आहट से चौंक जाती थीं'
एक और वाकये का जिक्र करते हुए माधवी लता ने कहा, 'हां, मैं मानती हूं कि 1980-1990 के दौरान हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान हम पूरी रात डरे-डरे रहते थे. मैं बहुत छोटी थी. घर के हर आदमी को, बड़ों समेत, लाठी लेकर पहरा देना पड़ता था और घर की औरतों को मिर्ची का एक बंडल हाथ में लेकर तैयार रहना पड़ता था. पता नहीं आधी रात को अलग जगह से कौन आ जाए. 10-15 लोग आकर सिर फोड़ देंगे, आहट से कोई भी चौंक कर उठ जाएगा. इतने सालों बाद सच्चाई यही है कि तब सांप्रदायिक अधिकार थे और अब राजनीतिक अधिकार हैं.'
'हैदराबाद में 6 लाख से ज़्यादा फर्ज़ी वोट'
रजत शर्मा ने माधवी लता से पूछा कि ओवैसी परिवार पिछले 40 सालों से हैदराबाद से जीत रहे हैं और 2019 में असदुद्दीन ओवैसी ने लगभग 3 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी, तो माधवी लता ने जवाब दिया, "जी सर. अगर हमारे पास भी ऐसे फर्जी वोट होते तो हम 4000 साल तक जीतते. अब क्या करें? हमारे पास फर्जी वोट नहीं हैं." माधवी लता ने कहा कि उनके पास 6,20,000 फर्जी वोट हैं. एक EPIC नंबर टाइप करने पर आपको उस EPIC नंबर के दौरान इलेक्शन साइट पर दो जगहों पर वोटर आईडी मिलेगी. उनके पास चारमीनार में 1,60,000 ऐसे वोट हैं."
'डेढ़ लाख वोटों से जीतेंगे'
यह पूछे जाने पर कि क्या ओवैसी ने बेईमानी से जीत हासिल की है? इस सवाल का जवाब देते हुए माधवी लता ने कहा, "हां, मैं यह जरूर कहूंगी. मुझे यह कहने में कोई डर नहीं है." इस जवाब पर जब रजत शर्मा ने पूछा कि क्या इसका मतलब यह है कि इस बार ओवैसी फिर 3 लाख वोटों से जीतेंगे? तो माधवी लता ने कहा कि औवैसी इस बार 1,50,000 वोटों से हारेंगे. आप सब देखते रहिए. हम हराएंगे.
हैदराबाद में ओवैसी के गढ़ में BJP की नई योद्धा
तेलंगाना की चर्चित हैदराबाद सीट पर इस बार बीजेपी ने माधवी लता को मैदान में उतारा है. इस सीट पर फिलहाल AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सांसद हैं. यह सीट 1884 से ओवैसी परिवार के कब्जे में रही है और इसे ओवैसी का गढ़ माना जाता है. 1984 में पहली बार असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी इस सीट से सांसद बने थे. वे 2004 तक सांसद रहे और उसके बाद अब यह सीट असदुद्दीन ओवैसी के पास है.
कौन हैं माधवी लता?
असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ बीजेपी ने एक नए चेहरे को उतारा है. ऐसे में सवाल उठता है कि ओवैसी के गढ़ में चुनाव लड़ रही डॉक्टर माधवी लता कौन हैं? डॉक्टर माधवी विरंची अस्पताल की चेयरपर्सन हैं. वे सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं और अक्सर हिंदुत्व के लिए मुखर होते हुए दिखाई देती हैं.
अस्पताल की चेयरपर्सन होने के अलावा, माधवी लता एक भरतनाट्यम डांसर भी हैं. वे हैदराबाद में समाज सेवा में भी सक्रिय हैं. उनके ट्रस्ट और संस्थाएं स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. वे लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट और लतामा फाउंडेशन की प्रमुख हैं. उन्होंने कोटि महिला कॉलेज से राजनीति विज्ञान में एमए किया है. वर्तमान में हिंदू धर्म को लेकर उनके भाषण लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. इससे पहले इस सीट से भागवत राव चुनाव लड़ चुके हैं. पहली बार बीजेपी ने हैदराबाद से किसी महिला उम्मीदवार पर अपना दांव लगाया है.
पिछले चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार भागवत राव को 2,35,285 वोट मिले थे. जबकि असदुद्दीन ओवैसी को 5,17,471 वोट मिले थे. ओवैसी ने इस सीट पर भारी जीत दर्ज की थी. इस बार बीजेपी ने माधवी लता को उतारकर अपनी बड़ी रणनीति का संकेत दिया है, जिसका असर चुनाव में देखने को मिल सकता है.