सिनेमाघरों में राष्ट्रगान बजाए जाने पर पवन कल्याण ने फिर उठाए सवाल, कहा- राजनैतिक पार्टियां अपनी बैठक से पहले इसे क्यों नहीं बजाती
पवन कल्याण ने सिनेमाघरों में राष्ट्र गान बजाने को लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने पूछा कि राजनीतिक दल अपनी बैठकों की शुरुआत से पहले राष्ट्रगान क्यों नहीं बजाते हैं और केवल सिनेमा हॉल में ही क्यों बजाना चाहिए?
अभिनेता से नेता बने जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने राष्ट्रगान (National Anthem) को लेकर राजनैतिक पार्टियों पर निशाना साधा है. जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने सिनेमाघरों में राष्ट्र गान बजाने को लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने पूछा कि राजनीतिक दल अपनी बैठकों की शुरुआत से पहले राष्ट्रगान क्यों नहीं बजाते हैं और केवल सिनेमा हॉल में ही क्यों बजाना चाहिए? उन्होंने कहा कि देश के सर्वोच्च कार्यालयों को भी राष्ट्रगान बजाना चाहिए. जो लोग कानूनों का प्रचार करते हैं और उन्हें लागू करते हैं, वे उदाहरण देकर हमें क्यों आगे नहीं बढ़ाते हैं.
जनसेना पार्टी के प्रमुख (Jana Sena chief) पवन कल्याण ने सुप्रीम कोर्ट के उस निर्देश पर सवाल उठाएं हैं. जिसमें कहा गया था कि सिनेमाघरों में राष्ट्रगान बजते समय सभी को राष्ट्र सम्मान में खड़ा होना होगा. बता दें कि साल 2016 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी पवन ने यह मुद्दा उठाया था. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: रमजान के दौरान वोटिंग पर टीएमसी नेता ने उठाए सवाल, कहा- रोजे के दौरान लोग कैसे डालेंगे वोट
पवन कल्याण ने कहा कि सिनेमा मेरी देशभक्ति की परीक्षा नहीं ले सकता. बॉर्डर पर लड़ाई चल रही है. देशभक्ति वहां दिखानी चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज में रूढ़िवाद व्याप्त है, यह मेरी देशभक्ति की परीक्षा है. मैं रिश्वतखोरी को रोक सकता हूं या नहीं यह मेरी देशभक्ति की परीक्षा है.
बता दें कि इससे पहले भी पवन ने सिनेमाघरों में राष्ट्रगान बजाए जाने पर कहा था कि थिएटर में जब भी राष्ट्रगान बजता है तो मैं खड़ा होना पसंद नहीं करता. परिवार और दोस्तों के साथ एक फिल्म देखने को अब एक देशभक्ति का प्रदर्शन करने के लिए परीक्षा बना दिया गया है. गौरतलब है कि दिसंबर 2016 में, हैदराबाद के एक अधिवक्ता ने पवन कल्याण के खिलाफ राष्ट्रगान का अपमान करने का मामला दर्ज कराया था.