बिहार: नीतीश कुमार को लग सकता है बड़ा झटका, नागरिकता कानून के खिलाफ JDU के पूर्व सांसद पवन वर्मा दे सकते हैं इस्तीफा
बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को जल्द एक बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल, जेडीयू नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा जल्द पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पवन वर्मा ने बुधवार को बताया कि मैं अगले कुछ दिनों में इस पर फैसला लूंगा.
बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को जल्द एक बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल, जेडीयू (JDU) नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा (Pavan Varma) जल्द पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पवन वर्मा ने बुधवार को बताया कि मैं अगले कुछ दिनों में इस पर फैसला लूंगा. उन्होंने कहा कि मेरे लिए पार्टी में रहना मुश्किल हो गया है. पवन वर्मा ने बताया कि जेडीयू नेताओं की एक बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने कहा था कि वे नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोधी हैं.
पवन वर्मा के अनुसार, नीतीश कुमार ने कहा था कि जेडीयू के लिए इसका समर्थन करना उचित नहीं होगा, खासकर असम और उत्तर-पूर्व के संदर्भ में. पवन वर्मा ने बताया कि नागरिकता कानून पर वोटिंग से पहले जब मेरी नीतीश कुमार से हुई तो उन्होंने कहा था, 'जब एजीपी भी इसका समर्थन कर रही है तो हम इसका समर्थन कैसे नहीं कर सकते?' यह भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन बिल 2019 को लेकर JDU में मतभेद जारी, सांसद आरसीपी सिंह के समर्थन के ऐलान के बाद प्रशांत किशोर ने किया एक और ट्वीट.
बहरहाल, पवन वर्मा कहते हैं कि नीतीश कुमार को देखना चाहिए कि अब एजीपी भी नागरिकता कानून का विरोध कर रही है. उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी एक सिक्के के दो पहलू हैं. नए कानून का समर्थन जेडीयू के सिद्धांतों का उल्लंघन है और मैं इसी वजह से निराश हूं.
पवन वर्मा से जब पूछा गया कि इस कानून का समर्थन करने के पीछे नीतीश कुमार की क्या मजबूरी रही होगी तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब सिर्फ वही दे सकते हैं. प्रशांत किशोर को बोलने देने के बजाय, बिहार के मुख्यमंत्री को जेडीयू का स्टैंड साफ करने के लिए आगे आना चाहिए.