इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व वाली भारत सरकार के पास कश्मीर मामले में संवाद करने का पर्याप्त साहस नहीं है. कुरैशी ने यहां एक कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में यह बात कही. उनसे कश्मीर मसले में वार्ता के लिए पाकिस्तान की इच्छा को लेकर सवाल पूछा गया था.
इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) द्वारा वार्ता के लगातार आग्रह का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत इसे लेकर लगातार गैर प्रतिबद्ध बना हुआ है. उन्होंने कहा कि अभी कोई बात नहीं होने वाली. भारत पहले कश्मीर में कर्फ्यू हटाए और बंद नेताओं व नागरिकों को रिहा करे. उन्होंने कहा कि उनमें (भारत में) कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत करने का साहस नहीं है.
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उन्होंने कहा कि 'जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के खिलाफ वहां की शीर्ष अदालत पहले फैसला दे चुकी थी लेकिन आज (भारत में) सुप्रीम कोर्ट दबाव में है. उन्होंने कहा कि यह न्यायपालिका की परीक्षा है कि वह अपने पैरों पर खड़ी रहती है या मोदी सरकार के आगे झुक जाती है.'
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीर पर भारत के फैसले के बाद दुनिया का रवैया बदला है. पहले पश्चिमी मीडिया पाकिस्तान की आलोचना करता रहता था लेकिन अब वह 'कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दे को प्रमुखता दे रहा है.'