ओडिशा विधानसभा चुनाव 2019: चुनाव आयोग के अधिकारी से बहस के बाद गायब हुए बीजेपी उम्मीदवार ओम प्रकाश मिश्रा
ओडिशा के सत्याबाड़ी विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार ओम प्रकाश मिश्रा लापता बताए जा रहे हैं. मिश्रा पर 23 अप्रैल को हुए तीसरे चरण के मतदान के दौरान ओडिशा के एक मतदान केंद्र पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ और एक अधिकारी को मारने का आरोप है. मिश्रा ने मतदान के दौरान बंदूक भी निकाली थी.
ओडिशा (Odisha) के सत्याबाड़ी (Satyabadi) विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार ओम प्रकाश मिश्रा (Om Prakash Mishra) लापता बताए जा रहे हैं. मिश्रा पर 23 अप्रैल को हुए तीसरे चरण के मतदान के दौरान ओडिशा के एक मतदान केंद्र पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ और एक अधिकारी को मारने का आरोप है. मिश्रा ने मतदान के दौरान बंदूक भी निकाली थी.
पुरी पुलिस का कहना है कि बीजेपी उम्मीदवार इस घटना के बाद से ही लापता हैं. अधिकारी ने बताया कि पुलिस की तीन टीमों ने भुवनेश्वर के हांसपल स्थित मिश्रा के आवास पर छापामारी की लेकिन वहां उन्हें कुछ नहीं मिला. पीठासीन अधिकारी शिवराम महापात्रा की ओर से दायर एक शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की है.
सत्यबाड़ी में बूथ पर मतदान अधिकारी रहे सिबाराम महापात्रा ने कहा, "ओम प्रकाश मिश्रा ने हमारे बूथ में पीठासीन अधिकारी के लिए कहा. जब मैंने अपना परिचय दिया, तो उन्होंने मेरी पिटाई की, ईवीएम को तोड़ा और महत्वपूर्ण दस्तावेज फाड़े. जब मैंने स्थानीय निवासियों से मदद की अपील की, तो उन्होंने एक बंदूक निकाली." हालांकि वह बंदूक उसके हाथ से गिर गई.
मामले में बीजेपी नेताओं का कहना है कि बीजेडी के कार्यकर्ताओं द्वारा मतों में हेराफेरी की सूचना मिलने पर ओमप्रकाश बूथ गए थे. बूथ पर कई बीजेडी समर्थक थे. उन लोगों ने ईवीएम को अपने कब्जे में ले लिया था. ओमप्रकाश को इस मामले में फंसाया गया है.
गौरतलब है कि मंगलवार को मतदान के दौरान वीरकिशोरपुर गांव के 78 नंबर बूथ में भाजपा प्रत्याशी ओम प्रकाश मिश्र अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और मतदान अधिकारियों से बहस शुरू कर दी. बाद में बीजेपी प्रत्याशी ने ईवीएम मशीन ही तोड़ डाली. मतदान अधिकारी ने बीजेपी प्रत्याशी और उनके समर्थकों के नाम गडिशागदा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को हिरासत में लिया है.