पुडुचेरी. नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) , एनआरसी (National Register of Citizens) और एनपीआर (National Population Register) को लेकर देश में घमासान जारी है. हालांकि केंद्र ने सीएए को लागू जरूर कर दिया है. नागरिकता कानून को लेकर देश के कई जगहों में विरोध प्रदर्शन शुरू है. दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी के खिलाफ पिछले 15 दिसंबर से विरोध शुरू है. दूसरी तरफ पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी (Puducherry CM V Narayanasam) ने गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2020 के नए प्रावधानों को वापस लेने की मांग की है क्योंकि इससे आम जनता के बीच डर पैदा होगा.
अमित शाह को लिखे पत्र में सीएम नारायणसामी ने कहा कि जनगणना वर्ष 2010 के प्रारूप में ही होनी चाहिए और एनपीआर में जो अतिरिक्त प्रावधान जोड़ा गया है, उसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. यह भी पढ़े-सीएम वी नारायणसामी ने कहा- सीएए मुस्लिमों को नजरअंदाज करता है, इसे पुडुचेरी में लागू नहीं करेंगे
ANI का ट्वीट-
Puducherry CM V Narayanasamy: Current form of NPR seeks more details than of 2010 NPR. A lot of people don't know where their parents were born. So I have written a letter to Home Minister Amit Shah, requesting for the removal of additional columns in NPR form for Puducherry. pic.twitter.com/jnQg6FdTRF
— ANI (@ANI) March 5, 2020
राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर में जोड़े गये प्रावधानों को लेकर सीएम ने कहा कि इससे लोग दहशत में हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए वह केंद्रीय मंत्री से इन प्रावधानों को समाप्त करने का आग्रह करते हैं. वही 13 फरवरी को पुडुचेरी विधानसभा में सीएए, एनआरसी औरएनपीआर के खिलाफ प्रस्ताव पास किया गया था. इसमें केंद्र की मोदी सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग की गई है.
(भाषा इनपुट के साथ)