नई दिल्ली. देश की अर्थव्यवस्था (Economy) को लेकर केंद्र की मोदी सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है. इसी बीच देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अर्थव्यवस्था को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. निर्मला सीतारमण ने माना कि देश की अर्थव्यवस्था थोड़ी धीमी हुई है.लेकिन उन्होंने इसे मंदी कहने से इनकार कर दिया. साथ ही जोर देते हुए कहा कि देश कभी भी मंदी का सामना नहीं करेगा.
राज्यसभा में निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सवालों के जवाब में कहा कि अगर आप अर्थव्यवस्था को समझदारी की नजर से देख रहे हैं, तो आप देख सकते हैं कि विकास में कमी आई है, लेकिन यह अभी तक मंदी नहीं है. वित्त मंत्री सीतारमण ने आगे कहा कि देश की जीडीपी ग्रोथ 2009 से 2014 के बीच 6.4 प्रतिशत रही लेकिन 2014 से 2019 के बीच ये 7.5 फीसदी पहुंच गयी है. वही वित्त मंत्री के इस जवाब के बाद विपक्ष के सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर लिया. यह भी पढ़े-देश की अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को दी नसीहत, कांग्रेस ने किया ये ट्वीट
देश की आर्थिक वृद्धि थोड़ी धीमी हुई है लेकिन ये मंदी नहीं है न होगी: वित्त मंत्री
Finance Minister Nirmala Sitharaman in Rajya Sabha: If you are looking at the economy with a discerning view, you see that growth may have come down but it is not a recession yet, it will not be a recession ever. https://t.co/i8kFOeVzet
— ANI (@ANI) November 27, 2019
वही निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि सरकार इसके विभिन्न क्षेत्रों के समक्ष आ रही चुनौतियों से अवगत है और वह इन समस्याओं का सकारात्मक समाधान ढूंढने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार ने लघु एवं मझोले उद्योग क्षेत्र (एमएसएमई) और बैंकिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए 32 कदम उठाये हैं.
बता दें कि सदन में चर्चा के दौरान विपक्ष के कई सदस्यों ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के कारण अर्थव्यवस्था विशेषकर छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान पहुंचा है. इन सवालों के जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काली अर्थव्यवस्था पर प्रहार के लिए नोटबंदी का निर्णय लिया था.
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा गया था कि भारत की ताकत लघु और मध्यम व्यापार और अनौपचारिक क्षेत्र है. ऐसे में अगर आप इन सेक्टर का समर्थन करते हैं और आप इन छोटे और मध्यम व्यवसायों को तरजीह देते हैं, उन्हें बड़े व्यवसायों में परिवर्तित करते हैं तो आपको नौकरी मिल जाएगी.