हंगामा कर रहे PMC बैंक के खाताधारकों से मिलने के बाद बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण- इससे सरकार का कोई लेना-देना नहीं
मुंबई के नरीमन प्वाइंट स्थित बीजेपी दफ्तर के बाहर हंगामा कर रहे पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के खाताधारकों से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को मुलाकात की. नाराज ग्राहकों से मुलाकात के बाद निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पीएमसी बैंक मामले का सीधे तौर पर वित्त मंत्रालय से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि आरबीआई नियामक है
मुंबई (Mumbai) के नरीमन प्वाइंट (Nariman Point) स्थित बीजेपी दफ्तर के बाहर हंगामा कर रहे पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC Bank) के खाताधारकों से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने गुरुवार को मुलाकात की. नाराज ग्राहकों से मुलाकात के बाद निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पीएमसी बैंक मामले का सीधे तौर पर वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि आरबीआई नियामक (Regulator) है. लेकिन मैंने अपनी तरफ से अपने मंत्रालय के सचिवों को ग्रामीण विकास मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय के साथ काम करने के लिए कहा है, जिससे पूरे मामले को विस्तार में समझा जा सके.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि कमियों को समझने के लिए आरबीआई के प्रतिनिधि भी होंगे. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम एक्ट में बदलाव करेंगे, लेकिन अभी इस बदलाव के बारे में ज्यादा कुछ कह नहीं सकते हैं. इससे पहले पीएमसी बैंक के जमाकर्ताओं ने बुधवार को मुंबई में एक अदालत के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. यह भी पढ़ें- PMC बैंक घोटाला: राकेश वधावन और वरयम सिंह की हिरासत अवधि 14 अक्टूबर तक बढ़ी.
वहीं, बैंक के पूर्व अध्यक्ष और एचडीआईएल के दो निदेशकों की पुलिस हिरासत को मुंबई की एक अदालत ने बुधवार को 14 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया।. यह मामला 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले का है. हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) के निदेशक राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन को पिछले गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था.
वहीं पीएमसी बैंक के पूर्व अध्यक्ष वरयम सिंह को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. अदालत के बाहर बैंक के जमाकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था. दरअसल जमाकर्ता अपने बैंक से धन नहीं निकाल पा रहे हैं क्योंकि बैंक की स्थिति को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं.