संसद के मॉनसून सत्र के नौवें दिन राज्यसभा में विपक्षी दलों के 8 सांसदों (Eight Suspended Rajya Sabha MPs) के निलंबन का मुद्दा गरमाया रहा. विपक्ष सभापति के फैसले का विरोध कर रहा है. वहीं, अब मामाला और भी तूल पकड़ने लगा है और अन्य दल के नेता भी इसमें शामिल होने लगे हैं. इसी कड़ी में राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के सुप्रीमों शरद पवार (Sharad Pawar) भी विपक्षी दलों के 8 सांसदों के समर्थन में उतर गए हैं. शरद पवार ने कहा कि मैं भी आठ निलंबित राज्यसभा सांसदों आंदोलन में हिस्सा लूंगा और उनके समर्थन में एक दिन का उपवास रखूंगा. इससे पहले आठ निलंबित सदस्यों ने विपक्षी नेताओं के एक अनुरोध के बाद मंगलवार को अपना दिन भर का धरना समाप्त कर दिया.
फिलहाल मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है. दरअसल राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी अजाद ने कहा है, जब तक हमारी तीन मांगें पूरी नहीं होतीं, विपक्ष सत्र का बहिष्कार जारी रखेगा. इन मांगो में पहला है कि आठ सांसदों के निलंबन को रद्द करें. दूसरी मांग है कि अन्य विधेयक लाने जिसके तहत कोई भी निजी कंपनी एमएसपी से नीचे कृषि उपज नहीं खरीद सके. इसके अलावा तीसरी मांग है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करें.
ANI का ट्वीट:-
I will also take part in their (eight suspended Rajya Sabha MPs) movement. I will fast for a day to show support: Sharad Pawar, NCP (File Photo) pic.twitter.com/bawRVcxwxJ
— ANI (@ANI) September 22, 2020
वहीं, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के समर्थन में खुलकर आने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उच्च सदन में हंगामे के मुद्दे पर उप सभापति द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे एक पत्र को साझा किया. जबकि राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह ने घोषणा की है कि वह रविवार को सांसदों द्वारा किए गए बेलगाम व्यवहार के विरोध में एक दिन का अनशन करेंगे.