उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से मनोज तिवारी ने चुनाव जीत लिया है. हालांकि आधिकारिक पुष्टी होनी अभी बाकी है. मनोज तिवारी ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को लाखों वोट से शिकस्त दी है. दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से नॉर्थ ईस्ट दिल्ली ही ऐसी एकमात्र सीट है जहां से भाजपा ने अपने किसी सीटिंग MP को टिकट दिया है. इस इलाके में बिहार और उत्तर प्रदेश आए मजदूरों की काफी संख्या है. इसलिए कांग्रेस ने पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले कन्हैया कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है. छठे फेज में 25 मई को यहां वोटिंग कराई गई थी.
2019 में बीजेपी इस सीट पर 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीती थी. मनोज तिवारी को 53.86 फीसदी वोट मिले थे. तिवारी को कुल 7 लाख 87 हजार 799 वोट मिले. कांग्रेस की प्रत्याशी शीला दीक्षित को 28.83 फीसदी वोट मिले. शीला को 4 लाख 21 हजार 697 वोट मिले. वहीं आम आदमी पार्टी को केवल 13.05 फीसदी वोट मिले थे.
#WATCH दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी ने कहा, "मैं PM मोदी, हमारे नेतृत्व और हमारे क्षेत्र के लोगों का धन्यवाद करता हूं। मतगणना में हम दिल्ली की सातों सीटों पर आगे चल रहे हैं... देश में भी हमारी सरकार बन रही है। निश्चित रूप से हमने जितना सोचा था उतनी… pic.twitter.com/bL3CmTploH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2024
इस सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 23 लाख 81 हजार 442 है. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का इलाका राष्ट्रीय राजधानी का सबसे बड़ा जिला है. इंडिया टुडे से जुड़े कुमार कुणाल की रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर अनुसूचित जाति (SC) के 16.3 फीसदी लोग निवास करते हैं. इलाके में 20.74 फीसदी मुस्लिम, 11.61 फीसदी ब्राह्मण, 4.68 फीसदी बनिया, 4 फीसदी पंजाबी, 7.57 फीसदी गुर्जर और 21.75 फीसदी OBC रहते हैं.
2019 में बेगूसराय से चुनावी मैदान में थे कन्हैया
कन्हैया के लिए दिल्ली की लड़ाई नई थी. इससे पहले 2019 में उन्होंने बिहार के बेगूसराय के सीट से लोकसभा लड़ा था. भाजपा नेता गिरिराज सिंह से हार का सामना करना पड़ा था. गिरिराज सिंह ने कन्हैया कुमार को 4 लाख से अधिक वोटों से हरा दिया था.