मुंबई, 27 जनवरी: एक संभावित विवादास्पद कदम के तहत महाराष्ट्र सरकार ने एक प्रमुख उपनगरीय उद्यान और खेल मैदान से मैसूर राज्य के शासक टीपू सुल्तान का नाम को हटाने का आदेश दिया है. खेल मैदान में टीपू सुल्तान का नाम पूर्ववर्ती महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार ने जोड़ा था. भारतीय जनता पार्टी के मुंबई उपनगर जिला पालक मंत्री एम.पी. लोढ़ा ने कहा कि यह फैसला हाल में कलेक्टर के साथ हुई बैठक में लिया गया. Death Threats: मुंबई BJP प्रदेश अध्यक्ष आशीष शेलार को मिली जान से मारने की धमकी, जानें पत्र में क्या लिखा है
लोढ़ा ने कहा, "आखिरकार, दक्षिणपंथ की जीत! सकल हिंदू समाज के विरोध और भाजपा सांसद गोपाल शेट्टी की मांगों पर विचार करने के बाद मलाड के पार्क से टीपू सुल्तान का नाम हटाने का आदेश दिया."
उन्होंने कहा कि पिछले साल डीपीडीसी की बैठक में पिछली एमवीए सरकार ने पार्क का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखने का फैसला किया था और भाजपा ने इस कदम का विरोध किया था.
मंत्री ने कहा, हालांकि टीपू सुल्तान का नाम हटाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने अभी तक इसका नया नाम रखने का फैसला नहीं लिया है.
पूर्व एमवीए मंत्री असलम शेख ने पार्क का जीर्णोद्धार किया था, जिसमें स्थानीय लोगों के लिए कई सुविधाएं और खेल सुविधाएं शामिल थीं और इसे बीएमसी चुनाव से पहले जनवरी 2022 में 'शहीद टीपू सुल्तान खेल का मैदान' नाम दिया गया था.
सुल्तान फतेह अली टीपू (1751-1799), जो सिर्फ 'टीपू सुल्तान' के रूप में प्रसिद्ध थे, ने मैसूर साम्राज्य (कर्नाटक) पर 1782 से लेकर चौथे एंग्लो-मैसूर युद्ध (1798-1799) में अपनी हार और मृत्यु तक शासन किया था.