मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आया है. शिवसेना नेता और मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आखिरकार महायुति सरकार में डिप्टी चीफ मिनिस्टर की भूमिका स्वीकार कर ली है. यह फैसला काफी चर्चा और राजनीतिक बैठकों के बाद हुआ. शिंदे का यह कदम उनकी अब तक की भूमिका से एक बड़ा बदलाव है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से एक दिन पहले बुधवार को की जाएगी. BJP के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को बताया कि CM के नाम का ऐलान BJP विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद किया जाएगा.
5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है. यह तय माना जा रहा है कि बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार उनके साथ डिप्टी चीफ मिनिस्टर के रूप में शपथ लेंगे. इससे पहले, शिंदे मुख्यमंत्री पद से हटने को लेकर अनिश्चित थे, लेकिन गठबंधन के दबाव और चर्चाओं के बाद उन्होंने यह भूमिका स्वीकार कर ली.
कैबिनेट में मंत्रालयों का बंटवारा
महायुति सरकार में तीन प्रमुख दल बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) मिलकर सरकार बनाएंगे. मंत्रालयों का बंटवारा कुछ इस तरह हो सकता है.
मंत्रालय में किस पार्टी को मिलेगा कौन सा विभाग?
बीजेपी: महायुती में सबसे अधिक 132 सीटें लाने वाली बीजेपी को 21-22 मंत्रालय मिलने की बात सामने आई है. जिनमें गृह और राजस्व जैसे अहम विभाग शामिल होंगे. विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद अध्यक्ष के पद भी बीजेपी के पास रहेंगे.
शिवसेना (शिंदे गुट): एकनाथ शिंदे खेमे को 12 मंत्रालय मिलने की संभावना है. इनमें शहरी विकास विभाग प्रमुख है. विधान परिषद के उपाध्यक्ष का पद भी उनके पास रहेगा.
एनसीपी: अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 9-10 मंत्रालय मिलने की संभावना है. जिनमें वित्त और विधानसभा उपाध्यक्ष का पद शामिल हैं.